डॉक्‍टरों को अंदेशा, कोरोना वायरस के चलते आने वाले समय में और बिगड़ सकते हैं हालात..

देश में लॉकडाउन हटने के बाद कोरोना संक्रमण के मामलों में काफी इजाफा देखने में आया है. हर दिन लगभग 10 हजार नए केस सामने आए हैं और देश में कोरोना के केसों की संख्‍या दो लाख, 75 हजार के पार पहुंच चुकी है.

डॉक्‍टरों को अंदेशा, कोरोना वायरस के चलते आने वाले समय में और बिगड़ सकते हैं हालात..

देश में कोरोना वायरस के मामले बढ़कर तीन लाख के करीब पहुंच चुके हैं (प्रतीकात्‍मक फोटो)

नई दिल्ली:

Coronavirus cases in India: देश में कोरोना वायरस के लगातार बढ़ते केसों के कारण मेडिकल सेक्‍टर/स्‍टाफ में भी एक हद तक खौफ की स्थिति है. भारत के शीर्ष निजी अस्पतालों में से एक के इंटेंसिव केयर यूनिट यानी ICU में डॉक्‍टर फुल प्रोटेक्टिव सूट में नजर आए. अस्‍पताल के हर बेड पर कोरोना वायरस (Covid-19 Pandemic) पेशेंट हैं, ऐसे में अगले कुछ दिनों में और खराब हालात की ओर इशारा कर रहे हैं .नई दिल्ली के मैक्स स्मार्ट सुपर स्पेशियलिटी अस्पताल में अपने वि‍जिट के दौरान डॉक्‍टर देवेन जुनेजा ने कहा, "हमें नहीं पता कि यह कब अपने चरम पर होगा. हम सभी सर्वश्रेष्ठ की उम्मीद कर रहे हैं लेकिन हम मानसिक और शारीरिक रूप से सबसे खराब दौर के लिए भी खुद को तैयार कर रहे हैं." सरकार ने करीब दो माह के लॉकडाउन के बाद हाल के दिनों में लोगों की आवाजाही को लेकर रियायतों की घोषणा की है.

कोरोना वायरस के प्रसार के रोकने के लिए लॉकडाउन की घोषणा की गई थी. आर्थिक कारणों के चलते लॉकडाउन में ढील देने का फैसला लेने को मजबूर होना पड़ा है, इसके कारण देश के करीब 130 करोड़ लोगों के सामान्‍य आवागमन का मार्ग प्रशस्‍त हुआ है, हालांकि इस रियायत के बाद कोरोना संक्रमण के मामलों में काफी इजाफा देखने में आया है. हर दिन लगभग 10 हजार नए केस सामने आए हैं और देश में कोरोना के केसों की संख्‍या दो लाख, 75 हजार के पार पहुंच चुकी है. भारत अब कोरोना के केसों के मामले में दुनिया में चौथे स्‍थान पर आ गया है. आधिकारिक तौर पर देश में अभी तक 8,000 से अधिक लोगों की मौत कोरोना वायरस से हुई है लेकिन माना जा रहा है कि वास्‍तविक संख्‍या इससे कहीं अधिक है.

अखबारों में उचित देखरेख के अभाव में मरीजों की मौत की खबरें प्रकाशित हुई है. हालात ऐसे हैं कि सरकार को क्रिकेट स्‍टेडियमों को फील्ड अस्पतालों में तब्‍दील करने को विवश होना पड़ रहा है. श्मशान में भी लगभग ऐसी ही स्थिति है, यहां बड़ी संख्‍या में शव पहुंच रहे हैं. देश की राजधानी दिल्‍ली के हालात भी गंभीर हालत की ओर संकेत दे रहे हैं. यहां केसों की बढ़ती संख्‍या के चलते अनुमान है कि जुलाई माह के अंत तक केस की संख्‍या कई गुना बड़ सकती है. ऐसे में हेल्‍थ केयर सिस्‍टम को हालात के लिए तैयार रखना बड़ी चुनौती है. अस्‍पतालों में कोरोना के लिए बेडों की संख्‍या बढ़ाई जा रही है.

वीडियो: मुंबई के अस्पतालों पर मरीजों की देखरेख में लापरवाही के लगे आरोप
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(इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है. यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।)