कोरोना महामारी के बीच मुंबई के दो दोस्‍त मरीजों के लिए बने 'देवदूत', मुफ्त में ऑक्‍सीजन सिलेंडर उपलब्‍ध करा रहे

बीमारों को फ्री ऑक्‍सीजन सिलेंडर मुहैया कराने का आइडिया अब्बास रिज़वी को उस घटना के बाद आया जब ऑक्‍सीजन उपलब्‍ध नहीं होने के कारण छह महीने की उनकी गर्भवती चचेरी बहन की मौत हो गई.

कोरोना महामारी के बीच मुंबई के दो दोस्‍त मरीजों के लिए बने 'देवदूत', मुफ्त में ऑक्‍सीजन सिलेंडर उपलब्‍ध करा रहे

अब्बास रिज़वी ने कहा कि ऑक्‍सीजन सिलेंडर की जरूरत आमतौर पर रात के समय अधिक होती है

मुंंबई:

Covid19 Pandemic: महाराष्ट्र में COVID-19 के मामलों (Corona Cases In Maharastra) की संख्या में हो रही वृद्धि के बीच दो दोस्‍त शाहनवाज़ हुसैन और अब्बास रिज़वी मुंबई में कोरोना वायरस और सांस की बीमारी से जूझ रहे अन्‍य पेशेंट्स को फ्री ऑक्‍सीजन सिलेंडर (Oxygen cylinders) उपलब्‍ध करा रहे हैं. बीमारों को फ्री ऑक्‍सीजन सिलेंडर मुहैया कराने का आइडिया अब्बास रिज़वी को उस घटना के बाद आया जब ऑक्‍सीजन उपलब्‍ध नहीं होने के कारण छह महीने की उनकी गर्भवती चचेरी बहन की मौत हो गई. उन्‍होंने कहा, "मेरी कजिन गर्भवती थे, ऑक्सीजन की कमी के कारण निधन हो गया. उस समय हमें इस बात का अहसास हुआ कि ऑक्‍सीजन सपोर्ट नहीं मिलने के कारा लोगों को किस तरह की परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है." अब्‍बास ने बताया कि उनके दोस्‍त शाहनवाज हुसैन ने तो ऑक्‍सीजन सिलेंडर की  बढ़ती मांग को पूरा करने के लिए अपनी SUV कार तक बेच दी.

31 साल के शाहनवाज़ हुसैन ने कहा कि कोरोना महामारी के दौरान पूरे शहर में मरीज अस्पतालों में बिस्तर और ऑक्सीजन की तलाश में यहां-वहां परेशान हो रहे हैं.."उन्‍होंने कहा कि शहरभर के अस्पतालों की हालत को देखते हुए, हमने ऑक्सीजन सिलेंडर मुफ्त प्रदान करने का फैसला किया है, हम इस मामले में गरीब या अमीर, हिंदू या मुस्लिम के आधार पर भेदभाव नहीं कर रहे हैं. जो कोई भी हमारे पास डॉक्टर और मेडिकल रिपोर्ट के साथ आ रहा है, हम उसे ऑक्‍सीजन सिलेंडर उपलब्‍ध करा रहे हैं. हम मुंबई में किसी भी इलाके में ऑक्सीजन सिलेंडर पहुंचा रहे हैं. कोरोना मरीजों के लिए मसीहा बने इन दोनों दोस्‍तों ने अब तक 250-300 ऑक्सीजन सिलेंडरों के बीच आपूर्ति की है. ऑक्सीजन सिलेंडर 48 घंटे की अवधि के लिए निःशुल्क प्रदान किए जाते हैं.

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अब्बास रिज़वी ने कहा कि ऑक्‍सीजन सिलेंडर की जरूरत आमतौर पर रात के समय अधिक होती है और कम से कम 10-15 सिलेंडर दैनिक आधार पर लोगों को दिए जाते हैं. गौरतलब है कि मंगलवार को महामारी से सबसे ज्यादा प्रभावित राज्य महाराष्ट्र में 3,214 नए कोरोना के मामले सामने आए और  248 लोगों की जान गई.स्वास्थ्य विभाग के अनुसार, राज्य में कुल पॉजिटिव मामलों की संख्‍या 1,39,010 तक पहुंच गई है जिसमें से 69,631 लोग रिकवर हो चुके हैं. राज्‍य में कोरोना की महामारी से अब तक 6,531 लोगों की मौत हुई है.