
पूर्वोत्तर राज्य मेघालय में भी सत्ताधारी कांग्रेस सरकार के ऊपर संकट के बादल मंडरा रहे हैं। राज्य के कांग्रेसी नेताओं के एक तबके ने इस संबंध में खतरे की घंटी बजाई है। उनका कहना है कि उत्तराखंड की तर्ज पर यहां भी भाजपा, कांग्रेस में असंतुष्ट खेमे को बगावत के लिए उकसा रही है।
इस संबंध में एक आंतरिक नोट सोनिया गांधी को इन नेताओं ने भेजा है, जोकि एनडीटीवी के पास भी उपलब्ध है। उसमें शीर्ष नेतृत्व को आगाह करते हुए कहा गया है कि पार्टी की राज्य इकाई के अध्यक्ष डीडी लपांग समेत कई कांग्रेसी नेता भाजपा नेता हेमंत बिश्व शर्मा से मिल रहे हैं। भाजपा के जनरल सेक्रेट्री राम माधव से भी उनकी मीटिंग हुई है।
उस नोट के मुताबिक, "भाजपा दो कैबिनेट मंत्रियों के सहयोग से शिलांग में कैंपिंग कर रही है।" उस नोट में यह भी बताया गया है कि किस प्रकार असंतुष्ट गारो और खासी समुदायों के बीच तनाव भड़काने की कोशिशें हो रही है। उल्लेखनीय है कि 60 सदस्यीय विधानसभा में कांग्रेस का एकदम साधारण बहुमत है।