यह ख़बर 11 फ़रवरी, 2011 को प्रकाशित हुई थी

दर्जीलिंग में बंद से जनजीवन ठप, तनाव बरकरार

खास बातें

  • गोरखा जनमुक्ति मोर्चा के अनिश्चितकालीन बंद के ऐलान के बाद पश्चिम बंगाल के दार्जीलिंग जिले में लगातार तीसरे दिन स्थिति तनावपूर्ण बनी हुई है।
कोलकाता/दर्जीलिंग:

गोरखा जनमुक्ति मोर्चा (जीजेएम) के अनिश्चितकालीन बंद के ऐलान के बाद पश्चिम बंगाल के दार्जीलिंग जिले में लगातार तीसरे दिन स्थिति तनावपूर्ण बनी हुई है, लेकिन शुक्रवार को किसी तरह की अप्रिय घटना की सूचना नहीं है। पुलिस की गोलीबारी में मारे गए दो कार्यकर्ताओं के विरोध में जीजेएम ने अनिश्चितकालीन बंद का ऐलान किया है। दार्जीलिंग के जिलाधिकारी पीएमके गांधी ने कहा कि इलाके में तनाव बरकरार है, लेकिन किसी तरह की हिंसा की सूचना नहीं है। स्थिति नियंत्रण में है। अनिश्चितकालीन बंद का असर दार्जीलिंग, कलिंगपोंग और कुर्सीयांग इलाकों में देखने को मिला। बंद के दौरन बाजार, दुकानें, व्यावसायिक प्रतिष्ठान और कार्यालय पूरी तरह से बंद रहे और सड़कों पर बसों की आवाजाही भी बंद रही। बंद के दौरान जीजेएम समर्थकों ने तीनों पहाड़ी इलाकों में रैली निकाल कर नारेबाजी की। कोलकाता से लगभग 635 किलोमीटर दूर प्रमुख पर्यटन स्थल दार्जीलिंग में सन्नाटा छाया हुआ था। इलाके में कहीं-कहीं केवल जीजेएम कार्यकर्ता ही दिखाई दे रहे थे। उल्लेखनीय है कि मंगलवार को जलपाई गुड़ी जिले में पुलिस की गोलीबारी में जीजेएम के दो समर्थकों की मौत के बाद चारों ओर हिंसा फैल गई थी। इस घटना के बाद प्रदर्शनकारियों ने दो पुलिस चौकियों और अन्य सरकारी कार्यालयों को आग के हवाले कर दिया था। जीजेएम समर्थकों ने कथित तौर पर राइफल और कारतूस लूट लिए। यह घटना मंगलवार रात को बुधवार की सुबह हुई। इस घटना के बाद पुलिस ने कथित तौर पर हिंसा में शामिल होने के आरोप में जीजेएम के अध्यक्ष बिमल गुरुंग सहित पांच नेताओं के खिलाफ मामला दर्ज किया है। यह हिंसा जलपाईगुड़ी के नगराकाता से शुरू हुई थी। पुलिस महानिरीक्षक रणधीर कुमार ने कहा, हमने गैर-जमानती धाराओं के तहत मामला दर्ज किया है। पुलिस पर हमले के अलावा प्रदर्शनकारियों ने पुलिस चौकियों और सरकारी इमारतों को भी जला दिया था।


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