सैनिकों को जल्‍द मिल सकती है 'वन रैंक-वन पेंशन' की खुशख़बरी : रक्षा मंत्री

सैनिकों को जल्‍द मिल सकती है 'वन रैंक-वन पेंशन' की खुशख़बरी : रक्षा मंत्री

फाइल फोटो : रक्षा मंत्री मनोहर पर्रिकर

लखनऊ :

उत्तर प्रदेश की राजधानी लखनऊ पहुंचे रक्षा मंत्री मनोहर पर्रिकर ने सैनिकों को वन रैंक-वन पेंशन की खुशखबरी जल्दी देने का भरोसा दिलाया। उन्होंने कहा कि सरकार देश में जल्द ही सैनिकों की मांगों को पूरा करने पर विचार कर रही है। इसी में वन रैंक-वन पेंशन भी शामिल है। हालांकि उन्होंने इसकी कोई समय-सीमा नहीं बताई कि वन रैंक-वन पेंशन योजना कब लागू होगी।

पर्रिकर ने प्रदेश छावनी परिषद के अधिकारियों तथा पार्षदों के साथ बैठक कर उनकी समस्याएं सुनीं और उनके जल्द निस्तारण पर कार्रवाई करने का भरोसा दिलाया।

छावनी में बैठक के बाद मनोहर पर्रिकर ने मीडिया से कहा कि देश में बीते कई वर्ष से आतंकवाद बढ़ने तथा पनपने का मुख्य कारण आर्थिक पिछड़ापन तथा बढ़ती बेरोजगारी है। आर्थिक पिछड़ेपन का लाभ लेकर ही कुछ बाहरी ताकतें भारत की जड़ों को कमजोर करने में लगी हैं। देश के बेरोजगार युवा इन समाज विरोधी ताकतों के झांसे में आ रहे हैं।

पर्रिकर ने कहा, "हमारे देश में आतंकवाद व नक्सलवाद की सबसे ज्यादा समस्या आर्थिक रूप से बेहद पिछड़े क्षेत्रों में है। सरकार का प्रयास इन क्षेत्रों को किसी भी तरह से आर्थिक रूप से संपन्न बनाने का है। संबंधित योजनाओं पर काम हो रहा है।"

रक्षा मंत्री ने देश की सेना को भी मजबूत बनाने की दिशा में सरकार की योजनाओं के बारे में बताया। उन्होंने कहा कि 'पांच से सात वर्ष में देश में निर्मित अत्याधुनिक हथियारों से मोर्चा संभालेंगे।'

उन्होंने कहा कि देश में एंटी टैंक गन का निर्माण चल रहा है। इसके अलावा जल्द ही वायुसेना से मिग 2020-21 को रिटायर कर दिया जाएगा। इनके स्थान पर तेजस या उससे भी आधुनिक लड़ाकू विमानों का बेड़ा भारतीय वायुसेना में शामिल होगा।

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रक्षा मंत्री ने पार्षदों की मांग पर उत्तर प्रदेश के महानगरों में कैंट क्षेत्र में भी मेट्रो रेल सेवा के विस्तार पर सहमति जताई।