दिल्ली विधानसभा चुनाव : नई दिल्ली सीट के 'ऐतिहासिक' नामांकन के पीछे की क्या यह है कहानी?

मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल 21 जनवरी को दोपहर 12:15 बजे पहुंचे और शाम को करीब 6:45 बजे अपना नामांकन दाखिल कर सके

दिल्ली विधानसभा चुनाव : नई दिल्ली सीट के 'ऐतिहासिक' नामांकन के पीछे की क्या यह है कहानी?

मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल मंगलवार को नामांकन दाखिल करने के लिए जामनगर हाउस पहुंचे थे (फाइल फोटो).

खास बातें

  • नई दिल्ली सीट पर 80 उम्मीदवारों की तरफ से 88 नामांकन मिले
  • कागजातों की जांच के बाद केवल 28 उम्मीदवार ही चुनाव मैदान में बचे
  • आम आदमी पार्टी ने केजरीवाल के खिलाफ षड्यंत्र का आरोप लगाया था
नई दिल्ली:

दिल्ली के मुख्यमंत्री और आम आदमी पार्टी के राष्ट्रीय संयोजक अरविंद केजरीवाल को मंगलवार को नई दिल्ली विधानसभा सीट से अपना नामांकन दाखिल करने में करीब साढे छह घंटे का समय लग गया था. अरविंद केजरीवाल सोमवार 20 जनवरी को रोड शो करते हुए नामांकन करने निकले थे लेकिन दोपहर तीन बजे के निर्धारित समय से पहले नहीं पहुंच पाए, इसलिए मंगलवार को नामांकन दाखिल करने का फैसला किया था. लेकिन जब मंगलवार 21 जनवरी को दोपहर करीब 12:15 बजे वह नामांकन दाखिल करने पहुंचे तो उनको 45 वा नंबर नामांकन दाखिल करने के लिए दिया गया था. लेकिन दोपहर से शाम हो गई और करीब 6:45 बजे जाकर मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल अपना नामांकन दाखिल कर सके.

देश के इतिहास में एक मुख्यमंत्री को अपना नामांकन दाखिल करने के लिए पहली बार इतना समय लगा. इसलिए इसको बहुत से लोगों ने तंज कसते हुए इसे 'ऐतिहासिक' घोषित किया.

अब चुनाव आयोग ने औपचारिक आंकड़े जारी किए हैं. आंकड़ों के मुताबिक दिल्ली विधानसभा की सभी 70 सीटों के लिए 1009 उम्मीदवारों की तरफ से 1528 नामांकन दाखिल किए गए. सारे कागज़ात जांचने के बाद अब कुल 698 उम्मीदवार मैदान में हैं जिसमें 615 पुरुष और 83 महिलाएं हैं.

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मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल की विधानसभा सीट नई दिल्ली से सबसे ज्यादा 80 उम्मीदवारों की तरफ से 88 नामांकन मिले. जब कागजातों की जांच की गई तो अब केवल 28 उम्मीदवार ही चुनाव मैदान में बचे हैं. यानी 52 उम्मीदवारों के नामांकन रद्द कर दिए गए हैं. इससे यह सवाल उठना लाजमी है कि क्या जो उम्मीदवार इतनी बड़ी संख्या में मंगलवार को पर्चा भरने के लिए पहुंचे थे क्या वे वाकई चुनाव के प्रति गंभीर थे? क्या आम आदमी पार्टी जो षड्यंत्र का आरोप लगा रही थी वह सही था? हालांकि आपको बता दें कि अभी भी नई दिल्ली सीट पर पूरी दिल्ली में सबसे ज्यादा उम्मीदवार चुनाव मैदान में हैं. 24 जनवरी यानी शुक्रवार को उम्मीदवारों के नाम वापस लेने का आखरी दिन है जिसके बाद उम्मीदवारों की फाइनल सूची जारी होगी.

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मंगलवार को आम आदमी पार्टी ने आरोप लगाया था कि कुछ लोग जानबूझकर मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल के नामांकन में देरी करवाने के लिए पर्चा भरने पहुंच गए हैं जबकि उनके पास न पूरे प्रस्तावक थे और न ही दस्तावेज.

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