दिल्ली में कोरोना वायरस के 1257 नए मामले, 727 मरीज संक्रमण से मुक्त हुए

Delhi Coronavirus: प्लाज्मा बैंक से दिल्ली के विभिन्न अस्पतालों में इलाज करा रहे 710 कोविड के गंभीर मरीजों को प्लाज्मा निशुल्क उपलब्ध कराया गया

दिल्ली में कोरोना वायरस के 1257 नए मामले, 727 मरीज संक्रमण से मुक्त हुए

प्रतीकात्मक तस्वीर

नई दिल्ली:

Delhi Coronavirus Update: दिल्ली में कोरोना वायरस संक्रमण का रिकवरी रेट मंगलवार को 89.82% हो गया. यह सोमवार को 90.09% था. दिल्ली में अब एक्टिव मरीज़ 7.37% हैं और डेथ रेट 2.8% है. मंगलवार को समाप्त 24 घंटे में कोरोना के 1257 मामले सामने आए. अब कुल मामले 1,47,391 हो गए हैं. पिछले 24 घंटे में 8 मरीजों की मौत हुई है और कुल मौतों का आंकड़ा 4139 हो गया है. पिछले 24 घंटे में 727 लोग ठीक हुए हैं. अब तक कुल 1,32,384 लोग ठीक हुए हैं.

दिल्ली में कोरोना वायरस संक्रमण के एक्टिव केस 10,868 हैं. होम आइसोलेशन में 5523 मरीज हैं. पिछले 24 घंटे में दिल्ली में 19,440 (RT-PCR- 5356, एंटीजन- 14,084) टेस्ट हुए. दिल्ली में अब तक कुल 12,23,845 टेस्ट हुए हैं. 

दिल्ली में मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल की प्लाज्मा बैंक खोलने की निजी पहल अब कोरोना के गंभीर मरीजों के लिए संजीवनी बन गई है. दिल्ली सरकार द्वारा कोविड-19 का मुकाबला करने के लिए उठाए गए विभिन्न कदमों के साथ, प्लाज्मा थेरेपी दिल्ली -एनसीआर में गंभीर रूप से बीमार कोविड-19 मरीजों के शीघ्र स्वस्थ्य करने में कारगर साबित हुआ है. केजरीवाल की पहल पर देश का पहला प्लाज्मा बैंक 2 जुलाई को आईएलबीएस अस्पताल में शुरू किया गया था, जिसका उद्देश्य कोविड के गंभीर मरीजों को निःशुल्क उच्च गुणवत्ता का प्लाज्मा प्रदान करना था. इसके बाद, दिल्ली के एलएनजेपी अस्पताल में एक और प्लाज्मा बैंक शुरू किया गया. जिससे अब तक 710 लोगों को मुफ्त प्लाज्मा दिया गया है,  जिससे कोरोना के गंभीर मरीजों का इलाज संभव हो पाया. अब तक 921 लोग प्लाज्मा दान कर चुके हैं.  दिल्ली मॉडल का यह सिस्टम कोविड इलाज प्रतिक्रिया में एक महत्वपूर्ण तत्व रहा है और अब देश के अन्य राज्यों द्वारा भी अपनाया जा रहा है. 

रूस ने बनाई दुनिया की पहली कोरोना वैक्सीन Sputnik V, राष्ट्रपति पुतिन की बेटी को लगाया गया टीका

मुख्यमंत्री केजरीवाल ने कहा है कि दिल्ली सरकार के आईएलबीएस और एलएनजेपी अस्पताल में स्थापित प्लाज्मा बैंक से दिल्ली सरकार, केंद्र सरकार व एमसीडी के अस्पतालों के अलावा सभी निजी अस्पतालों में इलाज करा रहे कोरोना के गंभीर मरीजों को निशुल्क प्लाज्मा उपलब्ध कराया जा रहा है. आज की तारीख तक आईएलबीएस और एलएनजेपी के प्लाज्मा बैंक से 710 यूनिट प्लाज्मा दिल्ली के विभिन्न सरकारी व निजी अस्प्तालों में इलाज करा रहे कोरोना के गंभीर मरीजों को निशुल्क दिया जा चुका है. 

मुख्यमंत्री ने बताया कि दुनिया के सभी विशेषज्ञों का मानना था कि प्लाज्मा से कोरोना के गंभीर मरीजों का कारगर इलाज हो सकता है. जिसके बाद दिल्ली सरकार ने केंद्र सरकार से प्लाज्मा थेरेपी की इजाजत मांगी. केंद्र सरकार से इजाजत के बाद प्लाज्मा थेरेपी का ट्रायल दिल्ली में शुरू हुआ. जिसके नतीजे बेहतर आए. जिसके बाद इसका विस्तार किया गया. आम जनता को प्लाज्मा मिलने में दिक्कत हो रही थी. जिसे सुलभ करने के लिए दिल्ली सरकार द्वारा प्लाज्मा बैंक स्थापित किया गया. जिसका मुख्य उद्देश्य कोविड-19 मरीजों को शीघ्र स्वस्थ्य करना और मौतों की संख्या शून्य करना था. प्लाज्मा बैंक के लॉन्च के दौरान, सीएम अरविंद केजरीवाल ने कोविड-19 से ठीक हो चुके लोगों से अधिक से अधिक संख्या में आगे आकर प्लाज्मा दान करने और कोरोना के खिलाफ दिल्ली की लड़ाई में प्रभावी योगदान देने का अनुरोध किया था, जो कि कोविड प्रतिक्रिया के दिल्ली मॉडल का सार है. उन्होंने कहा कि कोविड -19 मरीजों की मृत्यु दर कम करने में प्लाज्मा की महत्वपूर्ण भूमिका रही है और जब तक कोई टीका नहीं आता है, तब तक कॉन्वेसेंट प्लाज्मा थेरेपी को कोविड -19 के प्रभावी उपचार के रूप में देखा जाना चाहिए.

कोविड-19 महामारी का सामना करने के लिए रूस की वैक्सीन कितनी तैयार?

Listen to the latest songs, only on JioSaavn.com

मुख्यमंत्री केजरीवाल ने बताया कि आईएलबीएस और एलएनजेपी अस्पताल में स्थापित प्लाज्मा बैंक में सभी ब्लड ग्रुप का प्लाज्मा उपलब्ध है. यहां तक कि ‘एबी' ब्लड ग्रुप का प्लाज्मा मिलने में दिक्कत होती है, लेकिन प्लाज्मा बैंक के स्टॉक में ‘एबी' ब्लड ग्रुप का प्लाज्मा भी पर्याप्त मात्रा में उपलब्ध है और डॉक्टर की सलाह पर अब तक ‘एबी' ग्रुप के 90 मरीजों को प्लाज्मा दिया जा चुका है. इसके अलावा, दोनों प्लाज्मा बैंक के स्टॉक से ‘ए' ब्लड ग्रुप के 171, ‘ओ' ग्रुप के 180 और ‘बी' ब्लड ग्रुप के 269 मरीजों को प्लाज्मा दिया जा चुका है और उनकी जान बचाई जा सकी है.