दिल्ली विधानसभा चुनाव के बीच कांग्रेस ने शाहीन बाग को लेकर अरविंद केजरीवाल को दी चुनौती

दिल्ली विधानसभा चुनाव में दिल्ली के सीएम अरविंद केजरीवाल जहां विपक्ष पर निशाना साध रहे हैं वहीं उनके कभी सबसे निकट सहयोगी रहे डॉ. कुमार विश्वास उन्हीं के ऊपर निशाना साधने से नहीं चूक रहे हैं.

दिल्ली विधानसभा चुनाव के बीच कांग्रेस ने शाहीन बाग को लेकर अरविंद केजरीवाल को दी चुनौती

दिल्ली के सीएम अरविंद केजरीवाल के सामने कांग्रेस की चुनौती

खास बातें

  • दिल्ली विधानसभा में शाहीन बाग बड़ा मुद्दा
  • कांग्रेस ने दी सीएम केजरीवाल को चुनौती
  • शाहीन बाग में CAA और NRC पर प्रदर्शन
नई दिल्ली:

कांग्रेस के दिल्ली प्रभारी पीसी चाको ने मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल से सीएए एवं एनआरसी पर अपना रुख स्पष्ट करने की मांग करने के साथ ही उन पर नरम हिंदुत्व की राजनीति करने का आरोप लगाते हुए रविवार को कहा कि जो धर्मनिरपेक्ष है उसे शाहीन बाग जाना चाहिए. चाको ने विधानसभा चुनाव में कांग्रेस के निर्णायक फैक्टर के रूप में उभरने की उम्मीद जताते हुए यह भी कहा कि पूरे देश में कांग्रेस भाजपा विरोधी दलों के साथ गठबंधन करती है, लेकिन अभी वह केजरीवाल को लेकर आश्वस्त नहीं हैं कि आम आदमी पार्टी के मुखिया भाजपा के विरोध में हैं.  चाको ने कहा, ''संशोधित नागरिकता कानून (सीएए) और राष्ट्रीय नागरिक पंजीकरण (एनआरसी) पर पूरे देश में विपक्षी पार्टियां बयान जारी कर रही हैं और विधानसभाओं में प्रस्ताव पारित हो रहे हैं. लेकिन केजरीवाल नहीं बोल रहे. इसीलिए हम कहते हैं कि वह भाजपा की बी टीम हैं." उन्होंने कहा, '' शाहीन बाग में प्रदर्शन हो रहा है, जामिया में लड़कियों पर लाठी चार्ज हुआ, गोलीबारी हुई, लेकिन केजरीवाल नहीं गए. हमारे कई वरिष्ठ नेता गए. प्रियंका जी (यूपी में) विरोध प्रदर्शन के दैरान मारे गए कई लोगों के परिवारों से मिलने गईं.'' 

यह पूछे जाने पर कि क्या वह केजरीवाल को शाहीन बाग जाने की चुनौती देते हैं तो कांग्रेस नेता ने कहा, ''जो धर्मनिरपेक्ष है, उसे शाहीन बाग जाना ही चाहिए. अल्पसंख्यकों की सुरक्षा की जिम्मेदारी धर्मनिरक्ष लोगों की है. लेकिन केजरीवाल नरम हिंदुत्व की राजनीति कर रहे हैं.'' 

उन्होंने सवाल किया कि सीएए और एनआरसी पर केजरीवाल का क्या रुख है? दिल्ली विधानसभा चुनाव में कांग्रेस की उम्मीद से जुड़े सवाल पर चाको ने कहा, '' इस चुनाव के बाद कांग्रेस एक निर्णायक फैक्टर होगी. सरकार होना या नहीं होना, कांग्रेस तय करेगी." यह पूछे जाने पर कि क्या भाजपा को रोकने के लिए कांग्रेस आम आम आदमी पार्टी का समर्थन करेगी तो कांग्रेस प्रभारी ने कहा, ''पूरे देश में जो भी पार्टी भाजपा के खिलाफ है उसके साथ हम गठबंधन करेंगे, लेकिन केजरीवाल को लेकर हम आश्वस्त नहीं हैं कि वह भाजपा के खिलाफ हैं.'' 

उन्होंने यह दावा भी किया कि इस चुनाव में कांग्रेस को खारिज कर चुके लोग गलत साबित होंगे और पार्टी इस चुनाव में चौंकाने वाले नतीजे देगी. चाको ने कहा, ''यह धारणा बनाई जा रही है कि आप और भाजपा के बीच मुकाबला है. जबकि भाजपा की हालत बहुत खराब है. सोचिए, अमित शाह हर जगह रोडशो कर रहे हैं. कांग्रेस की स्थिति भाजपा से बेहतर है और हम केजरीवाल को चुनौती दे रहे हैं." 

कांग्रेस की तरफ से मुख्यमंत्री पद का चेहरा नहीं होने से नुकसान की बात को खारिज करते हुए उन्होंने कहा, " हमारी पार्टी में एक दर्जन केजरीवाल हैं. हमारे यहां कई नेता ऐसे हैं जो मौका मिलने पर केजरीवाल से बेहतर मुख्यमंत्री साबित होंगे.'' 

चाको ने कहा, ''हम चेहरा देकर चुनाव नहीं लड़ते हैं. हम पार्टी का चेहरा पेश करते हैं. जीतने के बाद विधायक अपने नेता का चुनाव करेंगे.'' 

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चाको ने कहा कि चुनाव प्रचार के आखिरी दौर में पहुंचने के साथ ही अब सोनिया गांधी, राहुल गांधी, प्रियंका गांधी वाड्रा और पार्टी के अन्य बड़े नेता बड़े पैमाने पर सभाएं और रोडशो करेंगे. दिल्ली विधानसभा की सभी 70 सीटों पर आठ फरवरी को चुनाव होगा और मतों की गणना 11 फरवरी को की जाएगी. 



(हेडलाइन के अलावा, इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है, यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।)