यह ख़बर 13 फ़रवरी, 2012 को प्रकाशित हुई थी

दिल्ली पुलिस ने एटीएस के तीन कर्मियों को रोका

खास बातें

  • सूत्रों ने बताया कि एटीएस कर्मी मुम्बई बम विस्फोट के मामले में उनके समक्ष पेश होने के लिए तकुई को उसके यहां स्थित घर पर नोटिस देने आये थे।
नई दिल्ली:

महाराष्ट्र के आतंकवाद निरोधक दस्ते (एटीएस) के तीन कर्मियों को दिल्ली पुलिस की ओर से आज उस समय रोक लिया गया जब वे 13 जुलाई को हुए मुम्बई बम विस्फोट के आरोपी नकुई अहमद के भाई तकुई को सम्मन देने के लिए गए थे। सूत्रों ने बताया कि एटीएस कर्मी मुम्बई बम विस्फोट के मामले में उनके समक्ष पेश होने के लिए तकुई को उसके यहां स्थित घर पर नोटिस देने आये थे।

तीनों तकुई के घर पर पहुंचे और उसे पूछताछ के लिए उनके साथ मुम्बई चलने को कहा क्योंकि वह पूर्व के सम्मन पर पेश नहीं हुआ था। तकुई ने एटीएस कर्मियों से कहा कि यदि वे उसे हिरासत में लेना चाहते हैं तो वे ऐसा स्थानीय पुलिस की मौजूदगी में करें लेकिन एटीएस कर्मियों ने कथित रूप से उसे पीटना शुरू कर दिया।

इस पर तकुई ने परिवार ने पीसीआर वैन को बुलाया जो वहां पर कुछ ही मिनट में आ गई। एटीएस के तीनों कर्मियों को ओखला पुलिस थाने ले जाया गया जहां उन्हें रोक लिया गया क्योंकि उन लोगों ने क्षेत्र में कार्रवाई करने से पहले स्थानीय पुलिस को सूचित नहीं किया था।

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तकुई के परिवार के मुताबिक उन्होंने स्थानीय पुलिस से एक शिकायत की कि उन्हें एटीएस महाराष्ट्र ने अवैध रूप से प्रवेश और शारीरिक हमले के साथ ही धमकी दी। तकुई के भाई नकुई को एटीएस की ओर से कथित रूप से मुम्बई बम विस्फोट मामले में शामिल रहने के लिए गिरफ्तार किया गया था। नकुई के परिवार ने इस आरोप का खंडन किया है। परिवार का कहना है कि वह दिल्ली पुलिस और गुप्तचर ब्यूरो के लिए कार्य कर रहा था। उन्होंने कहा कि नकुई यासीन भटकल को पकड़वाने में पुलिस की मदद कर रहा था।