दिल्ली : बाउंसरों के दम पर फर्जी NGO खोलकर वसूली का धंधा चला रहा था वकील, पकड़ा गया

वकील कुमार शशांक ने इंटरनेशनल ह्यूमन राइट्स ऑर्गेनाइजेशन नाम से एक फर्जी NGO खोलकर शराब की दुकानों पर फर्जी आरोप लगाकर वसूली करने का धंधा शुरू किया था लेकिन पुलिस ने उसे पकड़ लिया.

दिल्ली : बाउंसरों के दम पर फर्जी NGO खोलकर वसूली का धंधा चला रहा था वकील, पकड़ा गया

दिल्ली पुलिस ने फर्जी NGO चला रहे वकील को पकड़ा.

नई दिल्ली:

दिल्ली पुलिस ने खुद को इंटरनेशनल ह्यूमन राइट्स ऑर्गेनाइजेशन का लीगल एडवाइजर बताकर शराब की दुकानों में नाबालिगों को शराब बेचने का आरोप लगाकर वसूली करने वाले एक गैंग को 6 लोगों को गिरफ्तार किया है. गैंग का मास्टरमाइंड एक वकील है जिसने 25-25 हज़ार रुपए में दुकानदारों को धमकाने के लिए 2 बाउंसर भी रखे हुए थे. पूरा गैंग साकेत मॉल की एक लिकर शॉप से पकड़ा गया. 

दक्षिणी दिल्ली के डीसीपी अतुल ठाकुर के मुताबिक, गुरूवार रात साकेत मॉल की एक लिकर शॉप के मालिक विनय कुमार सिंह ने बताया कि उनकी दुकान में कुछ लोग आए जो आरोप लगा रहे थे कि दुकान में 25 साल से कम उम्र के लोगों को शराब बेची जा रही है. वो अपने साथ एक शत्रुघ्न नाम के लड़के को ले आए थे जो कह रहा था कि उसकी उम्र 25 साल से कम है और उसने कुछ देर पहले ही शराब खरीदी है. वो जेजे एक्ट और एक्साइज एक्ट में कार्रवाई की धमकी भी दे रहे थे और लाइसेंस रद्द करने की बात कर रहे थे.

पुलिस मौके पर पहुंची तो दुकान में मैनेजर समेत कई लोग मिले. मैनेजर ने बताया कि ये लोग खुद को इंटरनेशनल ह्यूमन राइट्स ऑर्गेनाइजेशन से जुड़ा बता रहे हैं और 2 लाख रुपए की डिमांड कर रहे हैं. पुलिस ने पूछताछ की तो गैंग के लीडर कुमार शशांक ने बताया कि वो इंटरनेशनल ह्यूमन राइट्स ऑर्गेनाइजेशन में लीगल एडवाइजर है. उसके पास में 2 पीएसओ भी खड़े थे जिनमें एक के पास राइफल और एक के पास पिस्टल थी. पुलिस ने मौके से ही सभी को गिरफ्तार कर लिया.

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दुकान के मालिक ने बताया कि यही लड़के बुधवार को उसकी सैदुल्लाजब की शराब की दुकान में आए थे और ऐसे ही धमकाकर 10 लाख रुपए मांग रहे थे. बाद में 40 हज़ार रुपए देकर मामला निपटा था.

चला रहा था फर्जी NGO, बाउसंर और ड्राइवर भी रखे थे

पुलिस के मुताबिक, कुमार शशांक ने पांडव नगर में इंटरनेशनल ह्यूमन राइट्स ऑर्गेनाइजेशन नाम से एक फ़र्ज़ी एनजीओ खोला हुआ है. उसने 5 हज़ार रुपए महीने में एक ड्राइवर और 25-25 हज़ार रुपए में 2 हथियारबंद सुरक्षा गार्ड रखे हुए हैं. उसके पास एक गाड़ी है जिसमें उसने भारत सरकार के साथ इंटरनेशनल ह्यूमन राइट्स ऑर्गेनाइजेशन लिखवाया हुआ है. कुमार शशांक पेशे से वकील है लेकिन जल्दी पैसा कमाने के चक्कर में वो वसूली का यह गैंग चला रहा था.

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पुलिस ने मास्टरमाइंड 27 साल के कुमार शशांक उसके बाउंसर नीरज,पीएसओ नरेश और प्रदीप, ड्राइवर नितिन और नकली कस्टमर शत्रुघ्न को गिरफ्तार कर लिया है. उनके हथियार और गाड़ी भी जब्त कर ली गई है.