खास बातें
- एटीएम में नकदी खत्म होने के साथ लोगों का सब्र भी जवाब दे रहा है.
- बैंकों, ATM के बाहर लंबी कतारों में खड़े होकर बारी का इंतजार कर रहे लोग.
- सिर्फ राजधानी ही नहीं, देशभर में ज्यादातर जगहों पर यही हालात हैं.
नई दिल्ली: केंद्र सरकार के 500 और 1,000 रुपये के पुराने नोटों का चलन बंद करने के आठ दिन बाद भी दिल्लीवासियों की परेशानियां कम होती नहीं दिख रही. अब भी लोग बैंकों और एटीएम के बाहर लंबी कतारों में खड़े होकर अपनी बारी का इंतजार कर रहे हैं और बुनियादी जरूरत की चीजें खरीदने में दिक्कतों का सामना कर रहे हैं. सिर्फ राजधानी ही नहीं, देशभर में ज्यादातर जगहों पर यही हालात हैं.
एटीएम में नकदी खत्म होने के साथ लोगों का सब्र भी जवाब दे रहा है.
टीसीएस कंपनी की एक कर्मचारी रिषिका बजाज ने कहा, 'मैं 2,500 रुपये निकालने के लिए दो घंटे खड़ी रही और मेरी बारी आते ही एटीएम में पैसे खत्म हो गए. एटीएम में पैसे नहीं हैं, बैंकों में लंबी-लंबी कतारें हैं. हम कैसे काम चलाएं? कतार में खड़े होकर इंतजार करने में दिक्कत नहीं हैं, लेकिन उसके बाद भी पैसे ना मिले तो बहुत बुरा लगता है'.
कुछ ऐसा ही हाल सभी जगहों पर एटीएम का है. दिन के अलावा रात भर लोग पैसे निकालने के लिए एटीएम के बाहरों लाइनों में लगे देखे जा रहे हैं. ज्यादातर एटीएम से नकद निकासी भी संभव नहीं हो पा रही, क्योंकि अधिकांश में नकदी खत्म हो जा रही है.
(हेडलाइन के अलावा, इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है, यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।)