डिजिटल कृषि विपणन मंच का शुभारंभ अंबेडकर जयंती पर होगा : पीएम नरेंद्र मोदी

डिजिटल कृषि विपणन मंच का शुभारंभ अंबेडकर जयंती पर होगा : पीएम नरेंद्र मोदी

पीएम नरेंद्र मोदी का फाइल फोटो...

सीहोर (मध्य प्रदेश):

किसानों को अपनी उपज देशभर में कहीं भी बेहतर मूल्य पर बेचने की सुविधा प्रदान करने के लिए आगामी 14 अप्रैल को अंबेडकर जयंती पर एक डिजिटल कृषि विपणन प्लेटफार्म शुरू किया जा रहा है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने आज यह घोषणा मध्य प्रदेश में किसान महासम्मेलन में की। इसके साथ ही पीएम मोदी ने कहा कि वह 2022 तक किसानों की की आमदनी को दोगुना करने को प्रतिबद्ध हैं।

प्रधानमंत्री ने मध्य प्रदेश के सीहोर जिले के शेरपुर में आज एक रैली में हाल में पेश प्रधानमंत्री फसल बीमा योजना के दिशानिर्देश पेश किए। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा, 'हम बीआर अंबेडकर की जयंती पर राष्ट्रीय कृषि बाजार, वर्चुअल और डिजिटल प्लेटफार्म का शुभारंभ करेंगे। हम ऑनलाइन प्लेटफॉर्म शुरू करेंगे।' रैली में केंद्रीय मंत्री सुषमा स्वराज, राधा मोहन सिंह, नरेन्द्र सिंह तोमर, थावरचंद गहलोत तथा मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान भी मौजूद थे। उन्होंने कहा कि इस प्लेटफार्म के जरिए किसान अपने मोबाइल फोन के जरिए अपनी उपज को देश में कहीं भी उस स्थान पर बेच सकेंगे, जहां उन्‍हें बेहतर मूल्य प्राप्त होगा।

पीएम मोदी ने इस बात का जिक्र किया कि किसानों को काफी मेहनत करने के बावजूद उनकी उपज का उचित मूल्य नहीं मिलता है, क्‍योंकि उसे अपनी फसल आसपास की मंडियों में बेचनी पड़ती है। उन्होंने कहा कि सरकार ने इस समस्या को डिजिटल व्यवस्था के जरिए दूर करने का फैसला किया है।

शेरपुर मुख्यमंत्री शिवराज चौहान के गृह जिले सीहोर में हैं तथा यह उनके संसदीय क्षेत्र विदिशा का हिस्सा है। पीएम मोदी ने कहा, 'देश में पहली दफा किसानों के फसल की ऐसी बीमा योजना पेश की गई है, जिसमें विभिन्न आपदाओं के कारण एक अकेले प्रभावित किसान को भी फसल का मुआवजा देने का प्रावधान है। यहां तक की फसल कटने के बाद खेत में खराब होने की स्थिति में भी इस योजना के तहत किसान को मुआवजा दिया जायेगा।' उन्होंने कहा कि यह उनकी सरकार की कई पहल में एक पहल है। इसके तहत सरकार का इरादा मौसम की अनिश्चितताओं की वजह से संकट में फंसे किसानों का कल्याण सुनिश्चित करना है।' उन्होंने कहा कि इस योजना में पुरानी योजना की विसंगतियों को दूर करने के साथ ही किसानों का विश्वास हासिल करने के सभी उपाय किए गए हैं। प्रधानमंत्री ने कहा, 'अब हम खाड़ी से तेल नहीं झाड़ी से तेल निकाल रहे हैं।' यह तेल पेट्रोल में मिलाकर उपयोग किया जाएगा। इससे पर्यावरण सुधरेगा साथ ही गन्ना उत्पादकों की आय भी सुनिश्चित होगी।

रैली को संबोधित करते हुए पीएम मोदी ने कहा कि सभी राज्‍यों के अलावा कृषि समुदाय को देश की आजादी की 75 वीं वषर्गांठ यानी 2022 तक किसानों की आमदनी दोगुनी करने की प्रतिबद्धता लेनी चाहिए। हम इसे हासिल करने के लिए जो भी करने की जरूरत होगी करेंगे। ई-कृषि प्लेटफार्म के तहत सरकार देश की सभी 585 थोक मंडियों का 2018 तक चरणबद्ध तरीके से एकीकरण करने की दिशा में काम कर रही है। अभी तक इसके लिए 200 करोड़ रुपये का प्रावधान किया गया है। पहले चरण में इस साल मार्च अंत तक 200 मंडियों का एकीकरण किया जाएगा, जबकि 200 और मंडियों को 2017 में ऑनलाइन प्लेटफार्म से जोड़ा जाएगा। 2018 तक शेष मंडियों का एकीकरण किया जाएगा।

केंद्र को थोक बाजारों में आवश्यक ढांचे के विकास के लिए कर्नाटक, गुजरात, तेलंगाना और महाराष्ट्र जैसे राज्‍यों से प्रस्ताव मिले हैं। राष्ट्रीय कृषि ई-बाजार के क्रियान्वयन के लिए एक रणनीतिक भागीदार की भी पहचान की गई है।

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इससे पहले रैली को संबोधित करते हुए मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने प्रधानमंत्री को दुनिया में सभी देशों में सम्मान हासिल करने का जिक्र किया। उन्होंने कहा, 'विदेशों में मैं दुबई, अमेरिका, फ्रांस, कोरिया और सिंगापुर जहां-जहां भी गया, वहां मुझे मोदी-मोदी की गूंज सुनाई दी है और देश में भी कांग्रेसी लोग मोदी-मोदी कर रहे हैं उन्हें मोदी के अलावा कोई दिखाई नहीं दे रहा है और वह सपने में भी मोदी को देखते हैं।'