दिग्विजय सिंह का पीएम नरेंद्र मोदी पर तंज, ना खाऊंगा ना खाने दूंगा का मतलब समझाया

नीतीश कुमार पर निशाना साधते हुए कांग्रेस नेता दिग्विजय सिंह ने शनिवार को कहा था कि बिहार के मुख्यमंत्री ने विधानसभा में विश्वासमत नहीं, बल्कि 'विश्वासघात मत' हासिल किया है.

दिग्विजय सिंह का पीएम नरेंद्र मोदी पर तंज, ना खाऊंगा ना खाने दूंगा का मतलब समझाया

दिग्विजय सिंह का पीएम नरेंद्र मोदी पर तंज

खास बातें

  • गुजरात चुनाव को लेकर भी पीएम पर बरसे
  • नीतीश कुमार ने विश्वासघात हासिल किया
  • बिहार की जनता को धोखा दिया
नई दिल्ली:

कांग्रेस के वरिष्ठ नेता दिग्विजय सिंह ने पीएम मोदी पर एक बार फिर पीएम नरेंद्र मोदी पर निशाना साधा है. उन्होंने पीएम मोदी के बयान को लेकर ट्वीट किया है कि मोदी जी- "ना खाऊंगा ना खाने दूंगा". भाई उनका कहने का मतलब था... "ना खाऊंगा ना खाने दूंगा केवल मुझे और भाजपा के नेताओं को छोड़ कर".दरअसल, पीएम नरेंद्र मोदी अपनी रैलियों में कई बार कह चुके हैं कि ना खाऊंगा ना खाने दूंगा, जिसे दिग्विजय सिंह ने अपनी तरह से परिभाषित किया है.

पहले भी साध चुके हैं पीएम मोदी पर निशाना
इससे पहले भी उन्होंने पीएम मोदी पर निशाना साधा था. उन्होंने अपने ट्वीट में कहा था कि कम से कम आप लोगों को यह देख लेना चाहिए कि उन्होंने (पीएम नरेंद्र मोदी) गुजरात के उन नेताओं के साथ क्या किया जिन्होंने उनका साथ दिया था. केशुभाई से लेकर हरेंद्र पांड्या, यह सूची अंतहीन है. 

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नीतीश कुमार पर भी किया था तंज
इससे पहले शनिवार को नाटकीय घटनाक्रम में भाजपा से हाथ मिलाने वाले नीतीश कुमार पर निशाना साधते हुए कांग्रेस नेता दिग्विजय सिंह ने शनिवार को कहा था कि बिहार के मुख्यमंत्री ने विधानसभा में विश्वासमत नहीं, बल्कि 'विश्वासघात मत' हासिल किया है. दिग्विजय ने इंदौर प्रेस क्लब में संवाददाताओं से कहा, 'यह व्यक्ति (नीतीश) पहले कहता था कि मिट्टी में मिल जाऊंगा, पर भाजपा से हाथ नहीं मिलाऊंगा. अब इस व्यक्ति ने भाजपा से हाथ मिलाकर बिहार की जनता को धोखा दिया है. लेकिन बिहार की जनता क्रांतिकारी है और वह नीतीश को जरूर सबक सिखाएगी.' उन्होंने कहा, 'बिहार के ताजा घटनाक्रम के बाद भाजपा का चाल, चरित्र और चेहरा भी बेपर्दा हो गया है.'

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दिग्विजय ने एक सवाल पर यह जताने की कोशिश की कि नीतीश के भाजपा के पाले में जाने से वर्ष 2019 के आम चुनावों में विपक्षी एकता पर कोई असर नहीं पड़ेगा. उन्होंने कहा, 'भारत का प्रजातंत्र और यहां की जनता बहुत परिपक्व है. इसलिए (वर्ष 2019 के आम चुनावों को लेकर) अभी से कोई अनुमान लगाना उचित नहीं है.'

 


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