यह ख़बर 26 जून, 2011 को प्रकाशित हुई थी

डॉ सचान के मामले में हत्या का मुकदमा दर्ज

खास बातें

  • डॉ सचान की मौत के मामले में उनकी पत्नी की अर्जी पर गोसाईगंज पुलिस थाने पर हत्या एवं साजिश का मामला दर्ज कर लिया गया।
लखनऊ:

सीएमओ बीपी सिंह हत्याकाण्ड के मुख्य आरोपी उप मुख्य चिकित्साधिकारी डॉ वाईएस सचान की जिला जेल अस्पताल में रहस्यमय परिस्थितियों में हुई मौत के मामले में उनकी पत्नी की अर्जी पर रविवार को राजधानी के गोसाईगंज पुलिस थाने पर हत्या एवं साजिश का मामला दर्ज कर लिया गया। लखनऊ के उपपुलिस महानिरीक्षक डीके ठाकुर ने बताया, डिप्टी सीएमओ सचान की जिला जेल में संदिग्ध परिस्थितियों में हुई मौत के मामले में उनकी पत्नी मालती सचान की अर्जी पर गोसाईगंज पुलिस थाने पर आज अज्ञात लोगों के विरद्ध धारा 302 :हत्या: और 120बी :साजिश: के तहत प्राथमिकी दर्ज कर ली गई। ठाकुर ने बताया कि यह प्राथमिकी स्पीड पोस्ट से गोसाईगंज थाने के प्रभारी को भेजी गई तहरीर के आधार पर दर्ज की गई है। उन्होंने बताया कि राज्य सरकार के निर्देश पर चूंकि इस मामले की न्यायिक जांच चल रही है, पुलिस इस मामले की जांच न्यायिक जांच पूरी हो जाने के बाद ही शुरू करेगी। दोनों जांच एक साथ नहीं चल सकतीं। ठाकुर ने यह भी कहा कि इस संबंध में प्राथमिकी दर्ज किए जाने के बारे में मामले की न्यायिक जांच कर रहे मुख्य न्यायिक दण्डाधिकारी को सूचित कर दिया जाएगा। शुक्रवार को दिवंगत डिप्टी सीएमओ सचान की पत्नी मालती सचान ने उनके पति की मौत के मामले में हत्या की प्राथमिकी दर्ज किए जाने के लिए ठाकुर को भी अर्जी भेजे जाने की बात कही थी, मगर ठाकुर ने उन्हें कोई अर्जी मिलने से इनकार किया। प्रदेश सरकार द्वारा सचान की मौत को प्रथम दृष्टया आत्महत्या बताये जाने की कहानी को खारिज करते हुए सचान के परिजन इस मामले की सीबीआई जांच की मांग कर रहे हैं, जिसे फिलहाल प्रदेश सरकार ने ठुकरा दिया है। सचान की मौत के बारे में हत्या का मुकदमा दर्ज कर लिए जाने के बाद उनके भाई आर के सचान ने कहा कि यह प्राथमिकी तो पहले ही दर्ज हो जानी चाहिए थी। देर से ही सही पुलिस ने प्राथमिकी दर्ज करके इसे हत्या का मामला तो माना। उन्होंने साथ ही यह भी कहा कि वे और उनके परिजन इस मामले की सीबीआई जांच की मांग पर अब भी कायम हैं क्योंकि सभी जानते हैं कि पुलिस की जांच कैसे होती है। इस बीच उत्तर प्रदेश के मेडिको-लीगल विभाग के संयुक्त निदेशक वाई एस पाठक ने दावा किया है कि सचान के शरीर पर पाए गए सारे घाव उनके द्वारा स्वयं किए गए नहीं हो सकते और प्रथम दृष्टया यह मामला आत्महत्या का नहीं बल्कि हत्या का है। उन्होंने कहा कि उनके गले पर फंदे के निशान से लगता है कि उनकी हत्या को आत्महत्या की शक्ल देने के लिये बाद में उनके शव को लटका दिया गया था। इस बीच दिवंगत सचान के पुत्र संकल्प सचान ने कहा है, मेरे पिता की हत्या की गयी है, क्योंकि वे अगले दिन अदालत में पेशी पर सीएमओ बीपी सिंह हत्याकाण्ड में कुछ लोगों के नाम का खुलासा करने वाले थे। सीएमओ बीपी सिंह हत्याकाण्ड के मुख्य आरोपी सचान को वृहस्पतिवार को अदालत में पेश किया जाना था और बुधवार 22 जून की शाम को उन्हें जिला जेल अस्पताल में संदिग्ध परिस्थितियों में मृत पाया गया था। उनके शव की पोस्टमार्टम रिपोर्ट में उनके शरीर पर कोहनी, जांघ और कलाई पर धारदार औजार से हुए आठ घाव और गले पर फंदे का निशान पाया गया था।


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