खास बातें
- मायावती के भाई आनंद की एक करोड़ 45 लाख की रकम जमा बताई जा रही है.
- प्रवर्तन निदेशालय की जांच जारी है.
- प्रवर्तन निदेशालय ने यूनियन बैंक ऑफ इंडिया से कई सवालों के जवाब मांगे.
नई दिल्ली: मायावती भले कह रही हों कि उनके भाई और बीएसपी के खातों की जांच के पीछे बीजेपी की साज़िश है, मगर जांच एजेंसियां अपने काम में जुटी हैं. ईडी के साथ-साथ सीबीआई भी उस बैंक खाते की जांच से जुड़ने वाली हैं, जिसमें मायावती के भाई आनंद कुमार की एक करोड़ 45 लाख की रकम जमा बताई जा रही है. एजेंसियों के मुताबिक, इनमें 18 लाख रुपये नोटबंदी के बाद जमा हुए हैं.
दरअसल, बीएसपी और मायावती के भाई के खातों में 105 करोड़ से ऊपर की रक़म जमा होने की ख़बर आई तो मायावती ने इसे सरकारी तंत्र का दुरुपयोग करार दिया. कहा कि जो भी पैसा जमा हुआ है, नियमों के तहत हुआ है.
लेकिन प्रवर्तन निदेशालय की जांच जारी है. उसने यूनियन बैंक ऑफ इंडिया से कई सवालों के जवाब मांगे हैं.
एनडीटीवी इंडिया को मिली जानकारी के मुताबिक ईडी ने पूछा है...
- बीएसपी के खातों से जुड़े लेनदेन में कायदों पर अमल हुआ है या नहीं?
- केवाइसी के तहत इन खातों की जांच हुई है या नहीं?
- ईडी को संदेह है कि क्या कुछ अफ़सर भी गड़बड़ी में शामिल है?
ईडी इसकी जांच के लिए सीबीआई को भी अपने साथ जोड़ने की तैयारी में है. अब तक ऐसे 14 मामले आ चुके हैं, जिनमें ईडी की दी जानकारी के आधार पर सीबीआई ने केस दर्ज किया और कई लोगों को गिरफ्तार भी किया. अब तक इनमें किसी राजनीतिक दल का मामला नहीं है.