इलेक्शन कमीशन की साइट हैक? सुभाष चंद्रा का नाम हुआ डिलीट, जांच के आदेश

इलेक्शन कमीशन की साइट हैक? सुभाष चंद्रा का नाम हुआ डिलीट, जांच के आदेश

नई दिल्ली:

चुनाव आयोग ने हरियाणा के कोटे से राज्यसभा में पहुंचे एक चैनल के संचालक सुभाष चंद्रा के नाम के साथ हुई छेड़छाड़ पर जांच के आदेश दे दिए हैं।

सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार सुभाष चंद्रा का नाम हरियाणा में हुए राज्यसभा चुनाव में जीत के परिणाम की लिस्ट में डाला गया था, लेकिन बाद में यह नाम हट गया। इससे न केवल भ्रम की स्थिति पैदा हुई बल्कि यह भी आश्चर्य हुआ कि परिणाम घोषित होने के बाद ऐसा कैसे हो सकता है।

सूत्रों के अनुसार सुभाष चंद्रा की जीत को चुनाव आयोग की साइट पर बिल्कुल सही तरीके से डाल दिया गया था। उनके चुनाव पर सवाल उठाए जाने के बाद चुनाव आयोग ने साफ कर दिया था कि परिणाम घोषित होने के बाद उसे किसी भी प्रकार से बदला नहीं जा सकता है। लेकिन बाद में यह पाया गया कि साइट से उनका नाम हट गया है।

यह कैसे हुआ, अब इसकी जांच के लिए चुनाव आयोग ने आंतरिक जांच के आदेश दे दिया है। चुनाव आयोग यह पता लगाने की कोशिश कर रहा है कि कहीं साइट हैक तो नहीं हो गई थी, या फिर किसी भीतरी आदमी ने इस घटना को अंजाम दिया। चुनाव आयोग का अब कहना है कि सही परिणाम एक बार फिर वेबसाइट पर डाल दिया गया है।

बता दें कि हरियाणा में राज्यसभा की दोनों सीटों पर बीजेपी ने बाजी मार ली। उसके उम्मीदवार और केंद्रीय मंत्री चौधरी बीरेंद्र सिंह आसानी से जीते, लेकिन कांग्रेस के 14 वोट खारिज होने से बीजेपी समर्थित निर्दलीय उम्मीदवार सुभाष चंद्रा की जीत अप्रत्याशित रही थी।

पार्टी हाईकमान के फैसले के बावजूद कांग्रेस समर्थित उम्मीदवार आरके आनंद हार गए थे। पार्टी का एक धड़ा पहले से ही उनका विरोध कर रहा था। पूर्व मुख्यमंत्री भूपिंदर सिंह हुड्डा ने अपनी वरीयता नहीं बताई, तो रणदीप सुरजेवाला ने अपना वोट जाहिर कर दिया था।

उल्लेखनीय है कि हरियाणा में कांग्रेस पहले से ही दो खेमों में बंटी थी। हाईकमान की पसंद अशोक तंवर की हुड्डा खेमे से बनती नहीं थी। देशभर में लगातार कमजोर हो रही कांग्रेस के लिए हरियाणा के नतीजे नए संकट का आगाज रहे।


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