EPFO सब्सक्राइबर्स को मिल सकती है बड़ी राहत, एक ही बार में मिल सकता है 8.50% की रेट से ब्याज भुगतान

EPFO के सूत्रों ने बताया है कि सभी EPFO सब्सक्राइबर्स को EPF ब्याज दर एकमुश्त ट्रांसफर करने के लिए श्रम मंत्रालय ने वित्त मंत्रालय को एक प्रस्ताव भेजा है. श्रम मंत्रालय के प्रस्ताव में कहा गया है ईपीएफओ ने एक्सचेंज ट्रेडेड फंड्स यानी इक्विटी सेल से अच्छी कमाई की है और अब देश के सभी EPF सब्सक्राइबर्स को मौजूदा साल की ईपीएफ इंटरेस्ट पेमेंट एक साथ दी जा सकती है. 

EPFO सब्सक्राइबर्स को मिल सकती है बड़ी राहत, एक ही बार में मिल सकता है 8.50% की रेट से ब्याज भुगतान

EPFO ने पहले भुगतान दो किस्तों में करने की बात कही थी. (प्रतीकात्मक तस्वीर)

नई दिल्ली:

EPFO Interest Payment :EPFO (Employees' Provident Fund) अपने सब्सक्राइबर्स को ब्याज के भुगतान में बड़ी राहत दे सकता है. जानकारी है कि रिटायरमेंट फंड EPF के सब्सक्राइबर्स को ईपीएफ की ब्याद दर का एक मुश्त भुगतान किया जा सकता है. राहत की बात इसलिए क्योंकि इसके पहले संगठन ने कहा था कि कोविड के चलते उसके आय पर असर पड़ा है, ऐसे में इस बार वो सब्सक्राइबर्स को किस्तों में भुगतान करेगा और एक हिस्से का भुगतान 31 दिसंबर, 2020 के बाद ही हो पाएगा.

दरअसल, EPFO के सूत्रों ने बताया है कि सभी EPFO सब्सक्राइबर्स को EPF ब्याज दर एकमुश्त ट्रांसफर करने के लिए श्रम मंत्रालय ने वित्त मंत्रालय को एक प्रस्ताव भेजा है. श्रम मंत्रालय के प्रस्ताव में कहा गया है ईपीएफओ ने एक्सचेंज ट्रेडेड फंड्स यानी इक्विटी सेल से अच्छी कमाई की है और अब देश के सभी EPF सब्सक्राइबर्स को मौजूदा साल की ईपीएफ इंटरेस्ट पेमेंट एक साथ दी जा सकती है. 

इससे पहले 9 सितंबर को EPFO के सेंट्रल बोर्ड ने तय किया था कि कोरोनावायरस संकट को देखते हुए ईपीएफ खाताधारकों को दो हिस्सों में ब्याज की पेमेंट की जाएगी. बोर्ड ने कहा था कि लॉकडाउन के चलते संस्था की आय पर असर पड़ा है, ऐसे में पहले सब्सक्राइबर्स को पहले 8.15 की दर से भुगतान किया जाएगा, फिर बाद में बाकी के 0.35 फीसदी का भुगतान होगा.

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EPFO बोर्ड ने 9 सितंबर, 2020 को एक घोषणा में कहा था कि 'कोविड-19 के चलते पैदा हुई स्थिति के कारण सेंट्रल बोर्ड ने ब्याज भुगतान के मुद्दे की समीक्षा की है और इसने केंद्र सरकार को 8.50 फीसदी के मौजूदा रेट का ही सुझाव दिया है. इसमें से 8.15% ऋण आय और बाकी का 0.35% का भुगतान 31 दिसंबर, 2020 तक ईटीएफ की बिक्री से हुई पूंजीगत लाभ से किया जाएगा.'