दिल्ली में आधी आबादी हो चुकी है कोरोना संक्रमित, स्वास्थ्यमंत्री सत्येंद्र जैन ने जारी किए सर्वे के नतीजे

दिल्ली के स्वास्थ्य मंत्री सत्येंद्र जैन ने सीरो सर्वे पर कॉन्फ्रेस करते हुए बताया कि दिल्ली में 56.13 प्रतिशत लोग कोरोना संक्रमित हुए.

दिल्ली में आधी आबादी हो चुकी है कोरोना संक्रमित, स्वास्थ्यमंत्री सत्येंद्र जैन ने जारी किए सर्वे के नतीजे

दिल्ली में कोरोना को लेकर सीरो सर्वे जारी हुआ

खास बातें

  • दिल्ली में 56.13 प्रतिशत लोग कोरोना संक्रमित हुए
  • सबसे ज्यादा नॉर्थ ईस्ट इलाके में 62.18 प्रतिशत लोग संक्रमित हुए
  • सबसे कम नॉर्थ जिले में 49.09% लोग संक्रमित हुए.

दिल्ली के स्वास्थ्य मंत्री सत्येंद्र जैन ने सीरो सर्वे पर कॉन्फ्रेस करते हुए बताया कि दिल्ली में 56.13 प्रतिशत लोग कोरोना संक्रमित हुए. सबसे ज्यादा नॉर्थ ईस्ट इलाके में 62.18 प्रतिशत और सबसे कम नॉर्थ जिले में 49.09% लोग संक्रमित हुए. यह सर्वे 15 से 23 जनवरी तक कराया गया. सर्वे में 28 हज़ार लोगों के सैंपल साइज लिए गए. पूरे देश में अब तक का किसी भी शहर में कराया गया यह सबसे बड़ा सर्वे है. यानी दिल्ली की आधी आबादी कोरोना संक्रमित हुई यानी हर दूसरा व्यक्ति कोरोना से संक्रमित हुआ.

एनडीटीवी ने सूत्रों के हवाले से दी थी रिपोर्ट

बता दें कि एनडीटीवी ने सूत्रों के हवाले से 24 जनवरी को इस संबंध में रिपोर्ट दी थी. दिल्ली के 5वें और अब तक के सबसे बड़े सीरो सर्वे के शुरुआती रुझानों के मुताबिक दिल्ली में एक ज़िले में 60 प्रतिशत से ज़्यादा लोग संक्रमित हो चुके थे जबकि बाकी जिलों में 50 फ़ीसदी से ज्यादा लोग कोरोना संक्रमण का शिकार हो चुके थे.

लोग कोरोना के संपर्क में आए और ठीक भी हो गए

इस सर्वे के शुरुआती रुझानों से पता चला था कि दिल्ली में एक ज़िले में 60% ऐसे लोग पाए गए जिनमें कोरोना के ख़िलाफ़ एंटीबाडी मिली हैं. यानी वे जाने-अनजाने में कोरोना से संक्रमित होकर ठीक भी हो गए, जबकि बाकी जिलों में भी 50% से ज़्यादा ऐसे लोग मिले जो कोरोना वायरस के संपर्क में आए और ठीक भी हो गए. 

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यानी संकेत ये हैं कि दिल्ली की आधी से ज्यादा आबादी कोरोना के संपर्क में आकर ठीक भी हो चुकी है. तो सवाल यह है कि क्या दिल्ली में कोरोना के ख़िलाफ़ हर्ड इम्युनिटी आ गई है? हर्ड इम्युनिटी का मतलब कोरोना के खिलाफ एक तरह की आंतरिक सुरक्षा से है, क्योंकि व्यक्ति के शरीर में कोरोना के खिलाफ एंटीबॉडीज बन गई हैं क्योंकि वो वायरस/बीमारी के संपर्क में आ चुका है.