कुपोषण को लेकर UN की रिपोर्ट पर बोले पूर्व खाद्य सचिव- सरकार के 5 किलो अनाज देने से नहीं चलेगा काम

सुप्रीम कोर्ट के फूड कमिश्नर रह चुके और भारत सरकार के पूर्व खाद्य सचिव एनसी सक्सेना ने NDTV से बातचीत में कहा कि UN की फूड सिक्योरिटी पर आई रिपोर्ट भारत के लिए बहुत अहम है.

कुपोषण को लेकर UN की रिपोर्ट पर बोले पूर्व खाद्य सचिव- सरकार के 5 किलो अनाज देने से नहीं चलेगा काम

संयुक्त राष्ट्र ने कोरोना से बढ़ती भुखमरी और कुपोषण के बढ़ते खतरे पर चिंता जताई है. (प्रतीकात्मक तस्वीर)

खास बातें

  • UN ने जारी की है फूड सिक्योरिटी पर ताज़ा रिपोर्ट
  • पूर्व खाद्य सचिव ने जताई भारत के हालात पर चिंता
  • कहा- गरीबों को कम अनाज मिल रहा
नई दिल्ली:

संयुक्त राष्ट्र ने फूड सिक्योरिटी पर अपनी ताजा रिपोर्ट (United Nation's Report on Food Security) में कोरोना महामारी (Coronavirus Pandemic) के चलते कुपोषण (Malnutrition) के खतरे को लेकर चेताया है. UN ने अपनी इस रिपोर्ट में कहा है कि  कोरोना संकट की वजह से बड़े स्तर पर भुखमरी और गरीबी बढ़ती जा रही है और साल 2020 में 8.3 करोड़ से 13.2 करोड़ लोगों के अल्पपोषित/कुपोषित होने का खतरा बढ़ गया है. इस पर सुप्रीम कोर्ट के फूड कमिश्नर रह चुके और भारत सरकार के पूर्व खाद्य सचिव एनसी सक्सेना ने NDTV से बातचीत में कहा कि UN की यह रिपोर्ट भारत के लिए बहुत अहम है. उन्होंने कोरोना से इस दिशा में बढ़ती मुश्किलों की ओर भी सरकार के ध्यान की जरूरत बताई.

उन्होंने कहा, 'कोरोना संकट का भुखमरी और कुपोषण पर पड़ने वाले असर पर संयुक्त राष्ट्र की रिपोर्ट भारत के लिए बहुत महत्वपूर्ण है. पूरी दुनिया में कुपोषित लोगों की कुल संख्या में करीब 20 फ़ीसदी भारत में रहते हैं. ऐसे में अगर ग्लोबल स्तर पर करीब 8 से 13 करोड़ लोग कोरोना संकट की वजह से कुपोषण की तरफ धकेले जा रहे हैं तो इसमें से एक बड़ी संख्या भारत में रहने वाले गरीब लोगों की है.'

उन्होंने कहा, 'मेरा अनुमान है कि कोरोना संकट की वजह से भारत में करीब 2 से 3 करोड़ लोग कुपोषित लोगों की सूची में शामिल हुए होंगे. कोरोना संकट से पहले से ही भारत में करीब 35 से 40 फ़ीसदी बच्चे कुपोषित है. गरीब व्यक्ति को सिर्फ चावल- दाल देने से काम नहीं होगा. उन्हें पोषक आहार की भी जरूरत होगी.'

भारत सरकार कोरोना महामारी के दौरान गरीबों और जरूरतमंद लोगों को अनाज मुहैया करा रही है, इसपर एनसी सक्सेना ने कहा, 'एक व्यक्ति को प्रति महीने करीब 12 किलो अनाज की जरूरत होती है लेकिन भारत सरकार ने सिर्फ 5 किलो अनाज देने का ऐलान किया है जो काफी नहीं है. विशेषकर ऐसे वक्त पर जब भारत में कुपोषण बढ़ रहा है.'

UN की रिपोर्ट में क्या कहते हैं आंकड़े?

बता दें कि खाद्य सुरक्षा पर संयुक्त राष्ट्र ने अपनी ताज़ा रिपोर्ट 'The State of Food Security and Nutrition in the World 2020' में कहा है कि कोरोना संकट की वजह से 2020 में 8.3 करोड़ से 13.2 करोड़ लोगों का दुनिया में अल्पपोषित लोगों की सूची में शामिल होने का खतरा है. कोरोना संकट बढ़ता जा रहा है और इसकी वजह से  खाद्य संकट का दायरा भी बढ़ता जा रहा है.  इस रिपोर्ट में कहा गया है कि मौजूदा समय में करीब 69 करोड़ लोग भुखमरी झेल रहे हैं, यानी दुनिया की 8.9 % जनसंख्या खाद्य संकट से जूझ रही है. कोरोना संकट से पहले ही पिछले पांच साल में भुखमरी झेल रहे लोगों की संख्या दुनिया में 6 करोड़ तक बढ़ी है.

Video: कोरोना ने बढ़ाई भुखमरी, 69 करोड़ लोग भुखमरी के शिकार : यूएन

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