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नेशलिस्ट कांग्रेस पार्टी (NCP) नेता शरद पवार ने दावा किया था कि पीएम मोदी ने साथ काम करने का प्रस्ताव दिया था इस पर एनडीटीवी इंडिया से खास बातचीत करते हुए कहा कि यह पीएम मोदी की 'उदारता' थी लेकिन मेरे पिता ने 'विनम्रतापूर्वक' मना कर दिया था. उन्होंने कहा, 'मैं इस मीटिंग में नहीं थी. यह दो वरिष्ठों के बीच थी. यह पीएम मोदी की उदारता था कि उन्होंने ऐसा प्रस्ताव दिया. महाराष्ट्र में व्यक्तिगत संबंधों का काफी महत्व होता है भले ही वैचारिक मतभेद हों. लेकिन आपने पवार जी को सुना होगा कि उन्होंने क्या कहा- मैंने विनम्रतापूर्वक न कह दिया'. सुप्रिया सुले ने आगे कहा, 'पवार जी सिर्फ मेरे पिता नहीं हैं वह मेरे बॉस भी हैं. और जैसा कि आप जानते हैं कि बॉस हमेशा सही होते हैं.
गौरतलब है कि NCP प्रमुख शरद पवार ने सोमवार को एक मराठी टीवी चैनल को दिए इंटरव्यू में यह दावा किया था 'मोदी ने मुझे साथ मिलकर काम करने का प्रस्ताव दिया था. मैंने उनसे कहा था कि हमारे निजी संबंध बहुत अच्छे हैं और वे हमेशा रहेंगे, लेकिन मेरे लिए साथ मिलकर काम करना संभव नहीं है.' शरद पवार ने ऐसी खबरों को खारिज कर दिया कि मोदी सरकार ने उन्हें देश का राष्ट्रपति बनाने का प्रस्ताव दिया. उन्होंने कहा, 'लेकिन, मोदी नेतृत्व वाली कैबिनेट में सुप्रिया (सुले) को मंत्री बनाने का एक प्रस्ताव जरूर मिला था.' सुप्रिया सुले, पवार की बेटी हैं और पुणे जिला में बारामती से लोकसभा सदस्य हैं. महाराष्ट्र में सरकार गठन को लेकर चल रहे घटनाक्रम के बीच शरद पवार ने पिछले महीने मोदी से मुलाकात की थी. पीएम नरेंद्र मोदी कई मौके पर पवार की तारीफ कर चुके हैं. पिछले दिनों पीएम मोदी ने कहा था कि संसदीय नियमों का पालन कैसे किया जाता है इस बारे में सभी दलों को राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (NCP) से सीखना चाहिए.
आपको बता दें कि कई नाटकीय घटनमक्रमों के बाद महाराष्ट्र में Congresss- NCP और शिवसेना के गठबंधन वाली सरकार बनी है और उद्धव ठाकरे मुख्यमंत्री बनाए गए हैं.
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