राष्ट्रपति भवन को क्यों कहा जाता है रायसीना हिल्स, जानें- इस शानदार इमारत की 12 खास बातें

राष्ट्रपति भवन परिसर में संग्रहालय, उद्यान, समारोह कक्ष, कर्मचारियों और अंगरक्षकों के लिए अलग से जगह भी निर्धारित है.

राष्ट्रपति भवन को क्यों कहा जाता है रायसीना हिल्स, जानें- इस शानदार इमारत की 12 खास बातें

फाइल फोटो

खास बातें

  • वास्तुकार लुटियंस ने तैयार किया था नक्शा
  • भारत का सबसे बड़ा निवास स्थान है ये भवन
  • मुगल गार्डेन को देखने लोग दूर-दूर से आते हैं
नई दिल्ली:

रामनाथ कोविंदभारत के 14 वें राष्ट्रपति के रूप में चुन लिए गए हैं. इस समय राष्ट्रपति भवनचर्चा में है. लुटियंस दिल्ली  की सबसे शानदार इमारत की बात ही कुछ और है. दुनिया के सबसे बड़े लोकतंत्र के विस्तार की यह इमारत गवाह रही है. इसमें किसान के बेटे से लेकर, वैज्ञानिक और साधारण परिवार से आए  लोग इसके मुखिया रह चुके हैं. राष्ट्रपति भवन परिसर में संग्रहालय, उद्यान, समारोह कक्ष, कर्मचारियों और अंगरक्षकों के लिए अलग से जगह भी निर्धारित है. आजादी से पहले इसे वायसराय हाउस भी कहा जाता था. लेकिन अब यह भारतीय जनतंत्र की सबसे शानदार इमारत है.  

राष्ट्रपति भवन से जुड़ी खास बातें 
1- राष्ट्रपति भवन इटली क्यूरनल पैलेस के बाद दूसरा सबसे बड़ा निवास स्थान है. इस इमारत को बनाने में पूरे 17 साल लगे थे. इसको 1912 में बनाना शुरू किया गया था और 1929 में इसे ब्रिटिश सरकार को सौंप दिया गया. इसको बनाने में 29 हजार मजदूर और कर्मचारी लगे थे.

2- इस इमारत में 300 कमरे हैं. शुरू में दूसरे देशों के राष्ट्राध्यक्ष यहीं पर रुकते थे. 

3-  इसमें अभी 750 कर्मचारी काम करते हैं.  50 रसोइए नियुक्ति किए गए हैं. जो दुनिया भर के पकवान बनाने में महारत रखते हैं.

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4- इस इमारत को बनाने के लिए माल्च गांवों के रायसीनी परिवार के लोगों की जमीनें अधिग्रहीत की गई थीं. यह गांव पहाड़ी पर था. तभी से इसे रायसीना हिल्स कहा जाता है. इसको बनाने के लिए उस समय के वास्तुकार सर एडियन लैंडसीर लुटियन की सेवाएं ली गई थीं. जिन्होंने इस इमारत का नक्शा तैयार किया था.

5- आजादी से पहले वाययराय यहीं रहते थे.

6- राष्ट्रपति भवन के अंदर मुगल गार्डेन को हर साल फरवरी में आम जनता के लिए खोला जाता है जिसे देखने के लिए देश-विदेश से पर्यटक आते हैं. 

7- इसके अलावा भी इसमें कई तरह के उद्यान हैं. जिसमें गोलाकार उद्यान सबसे ज्यादा खूबसूरत है.

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8- राष्ट्रपति भवन के बैंक्वेट हॉल में 104 मेहमान एक साथ बैठ सकते हैं. इसमें विशेष तरह की प्रकाश व्यवस्था की गई है. इस कक्ष में पूर्व राष्ट्रपतियों की तस्वीरें लगी हैं.

9- राष्ट्रपति भवन के उपहार संग्रहालय में एक चांदी की कुर्सी रखी है जिसका वजन 640 किलोग्राम है.  1911 में लगे दिल्ली दरबार में जार्ज पंचम इसी कुर्सी पर बैठे थे. 

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10- राष्ट्रपति भवन के अशोका हॉल  में शपथग्रहण समारोह होता है. इस हॉल को भी अद्भुत तरीके से सजाया गया है. इसमें फारस के शासक फतेह अली शाह की तस्वीरें लगाई गई हैं. इसके अलावा इटली के कलाकार कोलेन्नेनो के जंगल विषय पर बनाए गए कुछ चित्र भी हैं.

11- राष्ट्रपति भवन में बच्चों के लिए दो दीर्घाएं बनाई गई हैं. 

12-  हर शनिवार को सुबह 10 बजे आधे घंटे तक चेंज ऑफ गार्ड समारोह होता है. इसे देखने के लिए सिर्फ अपना फोटो पहचानपत्र दिखाना होता है.

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 रामनाथ कोविंद चुने गए 14 वें राष्ट्रपति


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