बेंगलुरु: करोड़ों रुपए के आईएमए घोटाले की जांच कर रही स्पेशल टास्क फोर्स एसआईटी) ने आईएमए ज्वेल्स के संस्थापक मंसूर खान के घर छापेमारी कर 303 किलोग्राम सोने के नकली बिस्किट्स बरामद किए हैं. मंसूर ने इमारत की छठी बिल्डिंग पर बने स्वीमिंग पूल के नीचे इन्हें छिपी रखा था. इनकी संख्या करीब 5880 है. एसआईटी ने एक बयान में कहा कि पोंजी स्कीम के संचालक मोहम्मद मंसूर खान बड़ी संख्या में सोना दिखाकर लोगों से कंपनी में निवेश करने को कहता था.
पिछले महीने प्रवर्तन निदेशालय ने आईएमए के संस्थापक-मालिक मोहम्मद मंसूर खान को गिरफ्तार कर लिया था. खान फरार होकर दुबई चला गया था. इसके बाद केंद्रीय एजेंसियों ने खान के खिलाफ लुकआउट नोटिस जारी किया था और उसे जांच में शामिल होने के लिए भारत लौटने के लिए आश्वस्त किया. जैसे ही वह दिल्ली एयरपोर्ट पर उतरा उसे गिरफ्तार कर लिया गया.
इससे पहले मंसूर खान ने एक वीडियो भी रिलीज किया था, जिसमें उसने 24 घंटों में भारत लौटने की बात कही थी. उसने देश छोड़ने के अपने फैसले को सबसे बड़ी गलती बताया था. खान ने पुलिस से सुरक्षा की मांग भी की. खान ने कहा था, 'मुझे भारत की न्यायिक व्यवस्था पर पूरा भरोसा है. सबसे पहले भारत को छोड़ना बड़ी गलती थी लेकिन स्थितियां कुछ ऐसी थी कि मुझे उस समय देश छोड़कर जाना पड़ा. मैं अब तक नहीं जानता कि मेरा परिवार कहां है.'
IMA ज्वेल्स केस में इंटरपोल ने मंसूर खान के खिलाफ किया ब्लू कॉर्नर नोटिस जारी
बता दें इससे पहले जून में छापे के दौरान आईएमए के दफ्तर से एक रिवाल्वर, 58 गोलियां और भारी मात्रा में सोने और चांदी के आभूषणों और हीरों समेत विभिन्न वस्तुओं को जब्त किया गया था. एसआईटी ने शिवाजीनगर स्थित एक दफ्तर पर छापे के दौरान 41.62 किलोग्राम सोना, 72.64 किलोग्राम चांदी और 13.45 लाख रुपये नकद, एक 15.4 कैरेट का हीरा और 60 कैरेट कीमती रत्न जब्त किए थे.