किसान बिलों को लेकर विपक्षी पार्टियों ने कसी कमर, देशव्यापी प्रदर्शन की तैयारी, पढ़ें 10 बातें

संसद में पास हो चुके दो किसान बिलों के खिलाफ विरोध-प्रदर्शन की हलचल पूरे देश में फैल रही है. कांग्रेस सहित कई विपक्षी पार्टियां इस मुद्दे पर सरकार के खिलाफ लामबंद हो चुकी हैं.

किसान बिलों को लेकर विपक्षी पार्टियों ने कसी कमर, देशव्यापी प्रदर्शन की तैयारी, पढ़ें 10 बातें

किसान बिलों के विरोध में जुट रही हैं विपक्षी पार्टियां और किसान संंघ. (प्रतीकात्मक तस्वीर)

नई दिल्ली: संसद में पास हो चुके दो किसान बिलों के खिलाफ विरोध-प्रदर्शन की हलचल पूरे देश में फैल रही है. कांग्रेस सहित कई विपक्षी पार्टियां इस मुद्दे पर सरकार के खिलाफ लामबंद हो चुकी हैं. कई राज्यों के किसान इन बिलों का विरोध कर रहे हैं. हालांकि, ये बिल संसद के दोनों सदनों में पास हो चुके हैं. लेकिन अभी राष्ट्रपति ने इन विधेयकों पर हस्ताक्षर नहीं किया है, जिससे कि यह अभी कानून नहीं बने हैं. लेकिन विपक्ष इन विधेयकों के बिल्कुल खिलाफ है. विपक्षी सांसद लगातार दो दिनों से राज्यसभा में हंगामा कर रहे हैं. यहां तक कि सोमवार को आठ सांसदों को निलंबित कर दिया गया था, जिसके बाद से वो संसद के लॉन में रातभर बैठकर प्रदर्शन करते रहे हैं. विपक्ष की ओर से इसपर जबरदस्त सक्रियता देखने को मिल रही है.

क्या है विपक्ष की रणनीति

  1. कांग्रेस देशभर में जनआंदोलन की तैयारी कर रही है. पार्टी ने सोमवार को राष्ट्रव्यापी जनआंदोलन की घोषणा की है, गुरुवार से शुरू इस आंदोलन में विरोध मार्च, धरना-प्रदर्शन के साथ ही इन विधेयकों के खिलाफ किसानों और गरीब लोगों के दो करोड़ हस्ताक्षर जुटाना शामिल है. पार्टी 14 नवंबर यानी जवाहर लाल नेहरु की जन्मतिथि पर राष्ट्रपति को इसका ज्ञापन भी सौंपेगी.

  2. पार्टी के कार्यालय पर इसे लेकर बकायदा मीटिंग हुई है, जिसमें सभी नेताओं के साथ मिलकर रणनीति बनाई गई है. पार्टी का कहना है कि वो कृषि विधेयकों के मुद्दे को ना केवल राज्य स्तर पर लोगों के बीच उठाएगी बल्कि इसे जिला एवं गांव स्तर तक ले जाया जाएगा.

  3. रणनीति के तहत कांग्रेस प्रवक्ता रणदीप सुरजेवाला ने बताया कि कृषि विधेयकों के खिलाफ देशभर में श्रृंखलाबद्ध तरीके से प्रेस कॉन्फ्रेंस किया जाएगा. उन्होंने कहा कि पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष और अन्य वरिष्ठ नेता अपने-अपने राज्यों में रैली निकालेंगे और संबंधित राज्यपाल को ज्ञापन भी सौंपेंगे.

  4. PTI के मुताबिक, कांग्रेस नेता केसी वेणुगोपाल ने बताया कि उनकी योजना 2 अक्टूबर यानी महात्मा गांधी और पूर्व प्रधानमंत्री लाल बहादुर शास्त्री की जन्मतिथि पर किसान और खेतिहर मजदूर बचाओ दिवस मनाने का फैसला किया है. इस दिन राज्य और जिला कार्यालयों पर रैली और मार्च निकाला जाएगा.

  5. भारतीय किसान संघ सहित कई दूसरी विपक्षी पार्टियों ने भी देशभर में जनसमूहों में बड़ा आंदोलन करने का ऐलान किया है.

  6. शुक्रवार को विपक्षी पार्टिया रेड लेटर डे मनाएंगी, जिसके तहत रैलियां और विरोध-प्रदर्शन किए जाएंगे.

  7. भारतीय किसान संघ उस दिन राष्ट्रव्यापी प्रदर्शन करेगा और जगह-जगह पर रोड ब्लॉक करेगा.

  8. वहीं PTI के मुताबिक, भारतीय किसान संघ सहयोग समिति ने भी उस दिन विरोध प्रदर्शन की तैयारी की है. कम से कम 10 व्यापार संघों ने उन्हें समर्थन दिया है.

  9. आम आदमी पार्टी पंजाब में शुक्रवार को किसानों की हड़ताल का समर्थन करेगी. यह हड़ताल 20 किसान संघों द्वारा बुलाई गई है. आप की पंजाब यूनिट भी उस दिन देशभर में मानवश्रृंखला यानी ह्यूमन चेन बनाकर इसका विरोध करेगी.

  10. बंगाल में टीएमसी, लेफ्ट फ्रंट और दूसरी सहयोगी पार्टियां भी किसानों के साथ अलग-अलग विरोध प्रदर्शन करेंगी. वहीं तमिलनाडु में 28 सितंबर से DMK और उसके सहयोगियों ने भी विरोध प्रदर्शन करने का ऐलान किया है.