
कृषि कानूनों के खिलाफ किसान दिल्ली में करीब दो माह से आंदोलनरत हैं (फाइल फोटो)
Farm Laws: कृषि कानून (Farm Laws) के खिलाफ दिल्ली में चल रहे किसान आंदोलन (Kisan Aandolan) के समर्थन में मुंबई के आज़ाद मैदान में प्रदर्शन हुआ. हज़ारों की संख्या में किसान, मजदूर, आदिवासी इस प्रदर्शन में शामिल हुए. कृषि कानून को रद्द करना और स्वामीनाथन आयोग की सिफारिशों को लागू करने की मांग करते हुए किसानों ने प्रदर्शन किया जिसमें राज्य के नेता भी शामिल हुए. आज़ाद मैदान में किसान इसी तरह नाचते-गाते हुए सरकार के सामने अपनी बात पहुंचाते नज़र आए. कृषि कानून को रद्द करने और स्वामीनाथन आयोग की सिफारिशों को लागू करने की मांग करते हुए 21 जिलों से हज़ारों की संख्या में किसान मुंबई के आज़ाद मैदान पहुंचे.
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बड़ी संख्या में महिलाओं ने भी इस प्रदर्शन में शिरकत की.डहाणू से चैती संतोष किसानों की मांगों के समर्थन में मुंबई आई हैं. इससे पहले 2018 में भी वे मुंबई आई थीं. अपने 6 और 9 साल के दो बच्चों को घर छोड़कर उन्होंने इस आंदोलन में सहभागी होने का निर्णय उन्होंने लिया. चैती संतोष कहती हैं, 'हम हमारे अधिकार के लिए यहां आए हैं.. अगर ज़मीन ही नहीं बचेगी तो करेंगे क्या?'
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पूरे महाराष्ट्र से मुंबई आए किसानों के लिए शहर के लोगों ने भी कई इंतज़ाम किए थे. दादर के गुरुद्वारा ने खाने की व्यवस्था की तो खालसा ऐड ने पानी की व्यवस्था की. कोरोना महामारी के मद्देनजर बृहन्नमुंबई म्युनिसिपल कार्पोरेशन (BMC) के अधिकारी भी मैदान में मौजूद थे. लोगों को मास्क, सैनिटाइजर बांटने के साथ ही कोरोना की टेस्ट भी यहां किए जा रहे थे.
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