
Farmers Protest Today: दोपहर तीन बजे केंद्र सरकार के मंत्री प्रेस कांफ्रेंस कर अपना पक्ष रखेंगे
Farmer Protest Updates: पिछले 14 दिनों से अपनी मांगों को लेकर अड़े किसानों को आज केंद्र सरकार की तरफ से लिखित प्रस्ताव भेजा गया. सिंघू बॉर्डर पर किसान नेताओं को यह प्रस्ताव दिया गया. जिसके जवाब में किसान नेताओं ने कहा कि हम इसे पढ़ने के बाद अन्य नेताओं संग चर्चा करेंगे और फिर कोई फैसला लेंगे. बता दें कि जानकारी के अनुसार इस प्रस्ताव में MSP को लेकर लिखित आश्वासन दिया गया है. बिजली संशोधन विधेयक में परिवर्तन नहीं करने की बात कही गई है. किसानों को सिविल कोर्ट जाने के विकल्प का भी उल्लेख है. इसके अलावा सरकार के प्रस्ताव में कहा राज्यों को अधिक शक्ति प्रदान करने की बात भी कही गई है.
Here is The Update of Farmer Protest in Hindi:
एनडीटीवी से बातचीत के दौरान कांग्रेस नेता सचिन पायलट (Sachin Pilot) ने कहा, ''देशभर का किसान जो आज आंदोलन कर रहा है वो अपनी पीड़ा को दर्शाने के लिए कर रहा है. मैं नहीं मानता कि ग्रामीण इलाकों में कांग्रेस कमजोर रही है, चुनावों के परिणामों को केंद्र द्वारा पारित कृषि कानूनों से जोड़कर नहीं देखना चाहिए, क्योंकि यह गलत होगा. दोनों ही मुद्दे अलग हैं. निकाय चुनावों में हम हर हार के लिए जिम्मेदार हैं.''
राहुल गांधी ने किसानों से कहा, ''यदि अभी नहीं तो कभी नहीं. आप चिंता नहीं करें देश आपके साथ है. आपसे ही देश है.''
कृषि कानूनों में संशोधनों को लेकर मोदी सरकार के प्रस्ताव आंदोलनरत किसानों (Farmers) को मंजूर नहीं हैं. किसानों ने आज प्रेस कॉन्फ़्रेंस में कहा कि हमें जो प्रस्ताव मिला है उसे हम पूरी तरह से रद्द करते हैं. हम जियो (Jio) के सारे मॉल्स का बहिष्कार करेंगे. हम 14 तारीख को ज़िला मुख्यालयों को घेरेंगे. पूरे देश में विरोध प्रदर्शन करेंगे. उन्होंने कहा कि 12 दिसंबर को जयपुर- दिल्ली हाईवे को रोकेंगे.
"It is work in progress," says Union Minister Prakash Javadekar on being asked about talks between government and farmers over the farm laws pic.twitter.com/Dh0PnMMFzl
- ANI (@ANI) December 9, 2020
सरकार की तरफ से किसानों को 20 पन्नों का लिखित प्रस्ताव भेजा गया, जिसमें MSP को लेकर लिखित आश्वासन है. बिजली संशोधन विधेयक में कोई परिवर्तन नहीं करने की बात कही गई है. किसानों ने कहा कि प्रस्ताव पढ़ने के बाद फैसला लेंगे.
किसान वापस नहीं जाएगा, अब किसान के मान-सम्मान का सवाल है। सरकार कानून वापस नहीं लेगी, तानाशाही होगी? अगर सरकार हठधर्मी पर है तो किसान की भी हठ है। ये पूरे देश के किसानों का सवाल है: राकेश टिकैत, भारतीय किसान यूनियन के राष्ट्रीय प्रवक्ता #FarmersProtestpic.twitter.com/tlhR7xBhCd
- ANI_HindiNews (@AHindinews) December 9, 2020
सिंघू बार्डर पर किसान संगठनों की बैठक शुरू, किसानों अभी तक सरकार से नहीं मिला है लिखित प्रस्ताव
कल बैठक में कोई नतीजा नहीं निकला। सरकार आज सुबह 11 बजे तक लिखकर भेजेगी(प्रस्ताव), 12 बजे सिंघु बॉर्डर पर हमारी बैठक है। सरकार ने 10 दिसंबर को बैठक के लिए बोला है, अगर प्रस्ताव के बाद कुछ सकारात्मक निकल कर आता है तो कल बैठक हो सकती है: अखिल भारतीय किसान सभा के महासचिव हनन मुल्ला pic.twitter.com/jXgFqS46IM
- ANI_HindiNews (@AHindinews) December 9, 2020
प्रस्ताव पर चर्चा होगी, बैठक(छठे दौर की वार्ता) रद्द हो गई है। पहली बार सरकार का दस्तावेज सामने आएगा, आगे के आंदोलन की रूपरेखा प्रस्ताव के बाद तय होगी: राकेश टिकैत, भारतीय किसान यूनियन के राष्ट्रीय प्रवक्ता #FarmersProtestpic.twitter.com/5Igh4bIutl
- ANI_HindiNews (@AHindinews) December 9, 2020
सरकार इस समय हड़बड़ाहट में है, कल शाम बुलाई गई बैठक बेफायदा थी। प्रस्ताव भेजना था तो 6 या 7 दिसंबर को भेजते। अगर प्रस्ताव में संशोधन की बात आती है तो उससे बात नहीं बनेगी.
सरकार इस समय हड़बड़ाहट में है, कल शाम बुलाई गई बैठक बेफायदा थी। प्रस्ताव भेजना था तो 6 या 7 दिसंबर को भेजते। अगर प्रस्ताव में संशोधन की बात आती है तो उससे बात नहीं बनेगी: सुखविंदर सिंह सभरा, किसान मज़दूर संघर्ष कमेटी पंजाब #FarmLawspic.twitter.com/1O2sH36zZc
- ANI_HindiNews (@AHindinews) December 9, 2020