
Kisan Andolan को लेकर राहुल गांधी और प्रियंका वाड्रा ने सरकार को आड़े हाथ लिया है (फाइल फोटो)
खास बातें
- राहुल ने लिखा, किसानों के साथ क्रूरता का व्यवहार कर रही सरकार
- सरकार की क्रूरता के दृश्यों में अब कुछ और देखने को शेष नहीं
- प्रियंका ने लिखा, किसान आखिर सरकार पर विश्वास कैसे करें
Farmers protest: कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी (Rahul Gandhi) और पार्टी महासचिव प्रियंका गांधी वाड्रा (Priyanka Gandhi Vadra) ने सरकार एवं किसान संगठनों के बीच नए दौर की बातचीत से पहले सोमवार को आरोप लगाया कि सरकार सर्दी एवं बारिश के बीच सड़कों पर बैठे किसानों के प्रति क्रूरता का व्यवहार कर रही है. राहुल गांधी ने ट्वीट किया, ‘‘सर्दी की भीषण बारिश में टेंट की टपकती छत के नीचे जो बैठे हैं सिकुड़-ठिठुर कर, वो निडर किसान अपने ही हैं, ग़ैर नहीं. सरकार की क्रूरता के दृश्यों में अब कुछ और देखने को शेष नहीं.''
सर्दी की भीषण बारिश में
— Rahul Gandhi (@RahulGandhi) January 4, 2021
टेंट की टपकती छत के नीचे
जो बैठे हैं सिकुड़-ठिठुर कर
वो निडर किसान अपने ही हैं, ग़ैर नहीं
सरकार की क्रूरता के दृश्यों में
अब कुछ और देखने को शेष नहीं#KisanNahiToDeshNahipic.twitter.com/DzWsLXygVf
यह भी पढ़ें
लाल किला हिंसा : दिल्ली पुलिस किसानों को भेज रही नोटिस, दुविधा में परेशान किसान - खेती करें या पुलिस थानों के चक्कर लगाएं
राहुल गांधी ने मत्स्य पालन के लिए की अलग मंत्रालय की मांग, किया यह ट्वीट...
"मैं स्तब्ध था...", राहुल गांधी की 'मत्स्यपालन मंत्रालय' वाली टिप्पणी पर पुदुच्चेरी में बोले PM नरेंद्र मोदी
बैठक से पहले बोले किसान नेता- सरकार के सामने कोई विकल्प नहीं, वापस लेना ही होगा कानून
प्रियंका ने ट्वीट कर आरोप लगाया, ‘‘सरकार एक तरफ तो किसानों को बातचीत के लिए बुलाती है दूसरी तरफ इस कड़कड़ाती ठंड में उन पर आंसू गैस के गोले बरसा रही है. इसी अड़ियल और क्रूर व्यवहार की वजह से अब तक लगभग 60 किसानों की जान जा चुकी है.'' उन्होंने सवाल किया, ‘‘किसान इस क्रूर सरकार पर कैसे विश्वास करे?''
सरकार एक तरफ तो किसानों को बातचीत के लिए बुलाती है दूसरी तरफ इस कड़कड़ाती ठंड में उन पर आंसू गैस के गोले बरसा रही है। इसी अड़ियल और क्रूर व्यवहार की वजह से अब तक लगभग 60 किसानों की जान जा चुकी है।
— Priyanka Gandhi Vadra (@priyankagandhi) January 4, 2021
किसान कैसे विश्वास करे इस क्रूर सरकार पर? pic.twitter.com/j4QEq2tyin
गौरतलब है कि किसान संगठनों के बीच सोमवार को नए दौर की बातचीत होने वाली है. किसान संगठनों की मांग है कि तीनों कृषि कानूनों (Farm Law) को वापस लिया जाए और न्यूनतम समर्थन मूल्य (एमएसपी) की कानूनी गारंटी दी जाए. अपनी मांगों को लेकर हजारों किसान दिल्ली के निकट पिछले करीब 40 दिनों से प्रदर्शन कर रहे हैं. सरकार का कहना है कि ये कानून कृषि क्षेत्र में बड़े सुधार के कदम हैं और इनसे खेती से बिचौलियों की भूमिका खत्म होगी तथा किसान अपनी उपज देश में कहीं भी बेच सकते हैं.
खेड़ा बॉर्डर पर किसानों और पुलिस की झड़प के बाद तनाव बरकरार, दागे गए आंसू गैस के गोले
(हेडलाइन के अलावा, इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है, यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।)