हिमाचल में कर्फ्यू में रोजाना पांच घंटे की ढील : CM जयराम ठाकुर

जयराम ठाकुर ने गुरुवार को शिमला से वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए राज्य के उपायुक्तों और पुलिस अधीक्षकों के साथ बैठक की अध्यक्षता करते हुए इस राहत की घोषणा की.

हिमाचल में कर्फ्यू में रोजाना पांच घंटे की ढील : CM जयराम ठाकुर

हिमाचल के मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर (फाइल फोटो)

खास बातें

  • लॉक डाउन के दौरान 5 घंटे दी जाएगी कर्फ्यू में ढील
  • हिमाचल के मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर ने की घोषणा
  • लॉक डाउन में लोगों को कम से कम हो असुविधा
शिमला:

हिमाचल प्रदेश के मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर (CM Jairam Thakur) ने गुरुवार को कहा कि 21 दिनों के लॉकडाउन (Lock Down) के दौरान राज्य में लगाए गए कर्फ्यू में रोजाना पांच घंटे की ढील दी जाएगी. ठाकुर ने गुरुवार को शिमला से वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए राज्य के उपायुक्तों और पुलिस अधीक्षकों के साथ बैठक की अध्यक्षता करते हुए इस राहत की घोषणा की. उन्होंने कहा कि लोगों को उनकी आवश्यक वस्तुएं खरीदने या उनकी तत्काल जरूरतों को पूरा करने के लिए कर्फ्यू में रोजाना सुबह सात बजे से दोपहर तक ढील दी जाएगी ताकि उन्हें कम से कम असुविधा हो. उन्होंने अधिकारियों को यह सुनिश्चित करने का निर्देश दिया कि आवश्यक वस्तुओं को प्राप्त करने में लोगों को कोई असुविधा न हो.

वहीं हाल-फिलहाल के दशकों में ऐसा पहली बार हुआ है कि हिमाचल प्रदेश (Himachal Pradesh) के सभी प्रमुख हिंदू तीर्थस्थलों के दरवाजे नौ दिवसीय चैत्र नवरात्रि (Chaitra Navratri) पर्व की शुरुआत के दौरान बंद रहे. बुधवार से चैत्र नवरात्रि की शुरुआत हो गई है. कोरोनोवायरस (Coronavirus) महामारी के मद्देनजर संक्रमण को फैलने से रोकने के लिए राज्यव्यापी कर्फ्यू जारी होने के कारण सभी मंदिर बंद हैं. ब्रजेश्वरी देवी मंदिर के एक अधिकारी ने कहा, "मंदिर को जनता के लिए बंद कर दिया गया है, लेकिन चैत्र नवरात्रि के दौरान सभी अनुष्ठान सामान्य रूप से जारी रहेंगे." 

कोरोनावायरस के चलते नवरात्रि में पहली बार बंद हुए हिमाचल प्रदेश के सभी मंदिर

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उत्तर भारत के सबसे प्रसिद्ध मंदिरों (Temple) में से एक कांगड़ा शहर में ब्रजेश्वरी देवी मंदिर, जो 52 शक्ति पीठों में से एक है, यहां आमतौर पर चैत्र नवरात्रि उत्सव के दौरान पंजाब (Punjab), हरियाणा (Haryana), उत्तराखंड (Uttarakhand), दिल्ली (Delhi) और उत्तर प्रदेश (Uttar Pradesh) के हजारों तीर्थयात्री दर्शन के लिए आते हैं.