Coronavirus के कारण उड़ानें रद्द, सब्जी और फल का निर्यात धराशायी हुआ

फल और सब्जी जल्दी खराब होते हैं इसलिए इन्हें हवा के रास्ते से विदेशो को भेजा जाता है, फल-सब्जी का रोज 25 टन रोज की जगह 5 टन ही निर्यात

Coronavirus के कारण उड़ानें रद्द, सब्जी और फल का निर्यात धराशायी हुआ

प्रतीकात्मक फोटो.

खास बातें

  • कोरोना की वजह से हल्दी की मांग बढ़ गई
  • उड़ानें न होने से निर्यात नहीं हो पा रहा माल
  • व्यापारियों के साथ किसानों को भी नुकसान
मुंबई:

कोरोना वायरस का असर एक्सपोर्ट पर भी पड़ना शुरू हो गया है. खास तौर पर फल और सब्जी का निर्यात 50 से 60 फीसदी कम हो गया है क्योंकि ज्यादातर देशों की हवाई उड़ानें रद्द हो गई हैं. फल और सब्जी जल्दी खराब होते हैं इसलिए इन्हें हवा के रास्ते भेजा जाता है.

पेरिशेबल खाद्य, यानी सब्जी और फल निर्यात के लिए देश के सबसे बड़े केंद्र APMC मार्केट छोटे निर्यातकों के लिए बने महाराष्ट्र राज्य कृषि विपणन केंद्र में इन दिनों सन्नाटा छाया है. रोजाना जहां 9 से 10 निर्यातकों के माल पैक होते थे वहीं आज यहां सिर्फ एक या दो की पैकिंग हो रही है. कहां तो रोजाना 25 टन के करीब फल और सब्जियों की पैकिंग होती थी, जो घटकर 5 टन के करीब हो गई है.

कोरोना की वजह से कई देशों में उड़ानों के बंद होने से यह हाल हुा है. फल और सब्जियां जल्दी खराब हो जाती हैं इसलिए हवा के रास्ते ही भेजना उचित होता है.

मिडल ईस्ट में सब्जी और फल को हवा के रास्ते निर्यात करने वाली फर्म फ्रेश एक्सपोर्ट के राजेश गुप्ता बताते हैं कि कोरोना की वजह से हल्दी की मांग बढ़ गई है लेकिन ज्यादातर उड़ानें बंद होने से निर्यात रुका पड़ा है. इसका खामियाजा व्यापारियों के साथ किसानों को भी उठाना पड़ रहा है.

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कोरोना से लोगों के बचाव के रास्ते तो निकल रहे हैं, लेकिन बाजार को बचाना मुश्किल है. जब तक हम इस बीमारी और इसके डर पर काबू पाएं, तब तक कुल नुक़सान कितने का हो चुका होगा, इसका अभी अंदाज़ा तक नहीं लगाया जा सकता.