कदाचार के आरोप पर बिन्नी बंसल का Flipkart के सीईओ पद से इस्तीफा, बड़े भागीदार बने रहेंगे

फ्लिपकार्ट समूह के मुख्य कार्यपालक अधिकारी (सीईओ) बिन्नी बंसल ने मंगलवार को गंभीर व्यक्तिगत कदाचार के आरोपों के चलते अपने पद से इस्तीफा दे दिया.

कदाचार के आरोप पर बिन्नी बंसल का Flipkart के सीईओ पद से इस्तीफा, बड़े भागीदार बने रहेंगे

फ्लिपकार्ट समूह के मुख्य कार्यपालक अधिकारी (सीईओ) बिन्नी बंसल ने इस्तीफा दे दिया.

खास बातें

  • बिन्नी बंसल ने Flipkart के सीईओ पद से दिया इस्तीफा
  • गंभीर व्यक्तिगत कदाचार के आरोपों के बाद दिया इस्तीफा
  • फ्लिपकार्ट की नई पैतृक कंपनी वॉलमार्ट ने यह जानकारी दी
नई दिल्ली:

वालमार्ट ने फ्लिपकार्ट में बड़ा बदलाव किया है. फ्लिपकार्ट समूह के मुख्य कार्यपालक अधिकारी (सीईओ) बिन्नी बंसल ने मंगलवार को गंभीर व्यक्तिगत कदाचार के आरोपों के चलते अपने पद से इस्तीफा दे दिया. फ्लिपकार्ट की नई पैतृक कंपनी वॉलमार्ट ने यह जानकारी दी. दूसरी तरफ बिन्नी बंसल ने कहा है कि वह ‘गंभीर व्यक्तिगत कदाचार' के आरोपों से स्तब्ध हैं.

वॉलमार्ट ने बयान में कहा कि बंसल ने हालांकि कड़े शब्दों में इन आरोपों का खंडन किया है. उल्लेखनीय है कि बिन्नी बंसल और सचिन बंसल ने संयुक्त रूप से देश की सबसे बड़ी आनलाइन रिटेल कंपनी फ्लिपकार्ट की स्थापना की थी.

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बयान में कहा गया है कि बिन्नी ने तत्काल प्रभाव से अपने पद से इस्तीफा दे दिया है. बयान में कहा गया है, ‘‘बिन्नी ने इस्तीफा देने का फैसला फ्लिपकार्ट और वॉलमार्ट की ओर से स्वतंत्र रूप से गंभीर व्यक्तिगत कदाचार के आरोपों की जांच के बाद दिया है. हालांकि उन्होंने इन आरोपों का खंडन किया है. हालांकि, यह हमारी जिम्मेदारी है कि यह जांच ठीक से और गहन तरीके से हो.'' 

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बयान के अनुसार, ‘‘हालांकि, जांच में ऐसा कोई प्रमाण नहीं मिला जो शिकायतकर्ता की बिन्नी के खिलाफ शिकायत से मेल खाता हो, लेकिन इसमें विशेष रूप से निर्णयों में पारदर्शिता को लेकर कई अन्य खामियां सामने आई हैं. ये खामियां बिन्नी द्वारा परिस्थिति के हिसाब से प्रतिक्रिया को लेकर हैं. इसी वजह से हमने बिन्नी के इस्तीफे को स्वीकार कर लिया है.''

कदाचार के आरोपों पर बने घटनाक्रम के चलते बंसल ने 11 साल पहले खुद बनाई अपनी कंपनी से इस्तीफा तो दे दिया लेकिन उन्होंने स्पष्ट किया कि वे वालमार्ट के मालिकाना हक वाली इस कंपनी में बड़े शेयरधारक और निदेशक मंडल में सदस्य बने रहेंगे.

अपने कर्मचारियों को लिखे एक पत्र में बंसल ने लिखा, ‘‘कुछ समय से मैं फ्लिपकार्ट समूह में परिचालन संबंधी पद से हटने के सही समय के बारे में विचार कर रहा था. मेरी योजना मौजूदा भूमिका में कुछ और तिमाहियों तक काम करने की थी, ताकि वालमार्ट के साथ समझौता आसानी से निपट जाए. हालांकि, मेरा पद छोड़ने का फैसला हाल में घटी घटनाओं के बाद निजी तौर पर लिया गया है.''

बंसल ने लिखा कि यह घटनाक्रम उनके खिलाफ गंभीर निजी कदाचार को लेकर किए गए दावों से जुड़े हैं, ‘‘इस तरह की शिकायत की एक स्वतंत्र विधायी फर्म द्वारा की गई जांच में पुष्टि नहीं हो सकी.'' सूत्रों के अनुसार यह जांच जुलाई में शुरू की गई थी. बंसल ने कहा, ‘‘आरोपों से मैं स्तबध हूं और मैं इनका कड़ा प्रतिकार करता हूं. हालांकि जांच में विशेष रूप से निर्णयों में पारदर्शिता को लेकर कई अन्य खामियां सामने आई हैं. ये खामियां मेरे द्वारा परिस्थिति के हिसाब से प्रतिक्रिया को लेकर हैं.''

उन्होंने कहा कि यह उनके और उनके परिवार के लिए ‘एक मुश्किल भरा समय' है और इसलिए उन्होंने समूह के मुख्य कार्यकारी अधिकारी और चेयरमैन के पद से इस्तीफा देने का निर्णय किया है. उन्होंने साफ किया, ‘‘मैं कंपनी में एक बड़ा शेयरधारक बना रहूंगा और निदेशक मंडल के सदस्य के तौर पर काम करता रहूंगा.''

बंसल ने 2007 में अपने आईआईटी-दिल्ली के सहपाठी सचिन बंसल के साथ फ्लिपकार्ट की शुरुआत की थी. दोनों के बीच कोई पारिवारिक रिश्ता नहीं है.


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