यह ख़बर 28 जुलाई, 2014 को प्रकाशित हुई थी

बालाकृष्णन भ्रष्ट न्यायाधीश की पदोन्नति पर अड़े हुए थे : मार्कंडेय काटजू

फाइल फोटो

नई दिल्ली:

सर्वोच्च न्यायालय के पूर्व न्यायाधीश मार्कंडेय काटजू ने सोमवार को कहा देश के पूर्व प्रधान न्यायाधीश केजी बालाकृष्णन ने भ्रष्टाचार के आरोपों के बावजूद एक न्यायाधीश की पदोन्नति करते हुए उन्हें सर्वोच्च न्यायालय में नियुक्त करने की हर संभव कोशिश की।

काटजू ने अपने ब्लॉग में कहा कि उन्होंने न्यायमूर्ति कपाड़िया से कहा था कि इस न्यायाधीश की ईमानदारी को लेकर उनकी छवि बेहद खराब है।

काटजू ने कहा, "मैंने न्यायमूर्ति कपाड़िया से कहा कि उच्च न्यायालय के मुख्य न्यायाधीश, जो पहले मद्रास उच्च न्यायालय के न्यायाधीश रह चुके हैं, ईमानदारी को लेकर उनकी छवि बेहद खराब है।"

उन्होंने कहा, "मैं यह जानता था क्योंकि मैं मद्रास उच्च न्यायालय का न्यायाधीश रह चुका था।"

काटजू ने कहा कि कपाड़िया ने इस सूचना के लिए उनका आभार जताया, बावजूद इसके सर्वोच्च न्यायालय के कॉलेजियम ने सीजेआई बालाकृष्णन के सामने उनका नाम प्रस्तुत किया।

उन्होंने कहा कि बालाकृष्णन उन्हें सर्वोच्च न्यायालय का न्यायाधीश बनाने के लिए अड़े हुए थे।

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काटजू ने कहा, "कपाड़िया ने कहा कि उन्हें याद था कि मैंने उन्हें एक साल पहले आगाह किया था, लेकिन बालाकृष्णन भ्रष्ट न्यायाधीश की पदोन्नति पर यह कहते हुए अड़े हुए थे, वह मद्रास उच्च न्यायालय के मुख्य न्यायाधीश रह चुके हैं और उन्हें पता है कि भ्रष्टाचार के आरोप झूठे हैं।"