पूर्व विदेश मंत्री सुषमा स्वराज का 67 साल की उम्र में निधन, एम्स में ली अंतिम सांस

पूर्व विदेश मंत्री एवं भाजपा की वरिष्ठ नेता सुषमा स्वराज का मंगलवार रात निधन हो गया. वह 67 वर्ष की थीं.

खास बातें

  • पूर्व विदेश मंत्री सुषमा स्वराज का निधन
  • 67 साल की उम्र में ली अंतिम सांस
  • दोपहर 3 बजे होगा अंतिम संस्कार
नई दिल्ली:

पूर्व विदेश मंत्री एवं भाजपा की वरिष्ठ नेता सुषमा स्वराज का मंगलवार रात निधन हो गया. वह 67 वर्ष की थीं.पूर्व केन्द्रीय मंत्री सुषमा स्वराज की पार्थिव देह बुधवार तीन घंटे के लिए बीजेपी के मुख्यालय में रखा जाएगा जहां पार्टी कार्यकर्ता और नेता उन्हें श्रद्धांजलि अर्पित कर सकेंगे. बीजेपी के कार्यकारी अध्यक्ष जेपी नड्डा ने यह जानकारी दी. उन्होंने बताया कि अंतिम संस्कार लोधी रोड स्थित शवदाह गृह में किया जाएगा. दोपहर 12 बजे उनके पार्थिव शरीर को बीजेपी के मुख्यालय लाया जाएगा और दोपहर तीन बजे उनका अंतिम संस्कार होगा. जानकारी के मुताबिक स्वराज को रात करीब साढ़े नौ बजे यहां अस्पताल लाया गया और उन्हें सीधे इमरजेंसी वॉर्ड में ले जाया गया. एम्स के डॉक्टरों ने बताया कि दिल का दौरा पड़ने से उनका निधन हो गया. 

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सुषमा स्वराज (Sushma Swaraj) बीजेपी की दिग्गज नेत्री थीं जिनकी तारीफ विपक्ष के नेता भी करते थे. उनके अस्वस्थ होने की खबर मिलते ही बीजेपी के कई दिग्गज नेता और मंत्री एम्स पहुंच गए थे. इनमें नितिन गडकरी, डॉ हर्षवर्धन, राजनाथ सिंह और स्मृति ईरानी शामिल थीं.  

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नौ बार सांसद रहीं सुषमा स्वराज (Sushma Swaraj) आम लोगों मे अपार लोकप्रिय थीं. उनको ट्वीटर पर एक करोड़ 20 लाख से अधिक लोग फॉलो करते थे. वे दिल्ली की मुख्यमंत्री रही थीं. सुषमा स्वराज सन 1977 में सबसे कम उम्र की राज्यमंत्री बनी थीं. अटल बिहारी वाजपेयी के नेतृत्व वाली एनडीए सरकार में वे सूचना एवं प्रसारण मंत्री और स्वास्थ्य मंत्री रहीं.

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सुषमा स्वराज (Sushma Swaraj) ने अस्वस्थता के कारण ही पिछला लोकसभा चुनाव न लड़ने का फैसला लिया था. उनके इस निर्णय पर बीजेपी के ही समर्थकों में हैरानी थी. कई लोगों ने उनसे चुनाव लड़ने की अपील की थी. इस पर सुषमा स्वराज ने जवाब दिया था कि- मेरे चुनाव ना लड़ने से कोई फ़र्क़ नहीं पड़ता. श्री नरेंद्र मोदी जी को पुनः प्रधानमंत्री बनाने के लिए भारतीय जनता पार्टी के उम्मीदवारों को जिताने में हम सब जी जान लगा देंगे. सुषमा स्वराज ट्विटर पर काफी सक्रिय रहती थीं. विदेश मंत्री रहते हुए वे ट्वीटर पर शिकायत मिलते ही विदेश मंत्रालय से जुड़ीं पासपोर्ट आदि समस्याओं का समाधान कर देती थीं.

16 वीं लोकसभा में वे मध्यप्रदेश के विदिशा से सांसद चुनी गई थीं. सुषमा स्वराज (Sushma Swaraj) विदिशा लोकसभा क्षेत्र से 2009 का चुनाव भी जीती थीं.

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मंगलवार को लोकसभा में जम्मू-कश्मीर में अनुच्छेद 370 समाप्त होने और राज्य का पुनर्गठन होने पर शाम को सुषमा स्वराज (Sushma Swaraj) ने ट्वीट करके पीएम नरेंद्र मोदी को बधाई दी था. उन्होंने लिखा था- प्रधानमंत्री जी - आपका हार्दिक अभिनन्दन. मैं अपने जीवन में इस दिन को देखने की प्रतीक्षा कर रही थी.

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इससे पहले सोमवार को राज्यसभा में उक्त संकल्प पत्र और बिल पारित होने पर सुषमा स्वराज (Sushma Swaraj) ने गृह मंत्री अमित शाह को बधाई दी थी. उन्होंने लिखा था कि- गृह मंत्री श्री अमित शाह जी को उत्कृष्ट भाषण के लिए बहुत बहुत बधाई.  इसके अलावा उन्होंने एक अन्य ट्वीट में कहा था कि - राज्य सभा के उन सभी सांसदों का बहुत बहुत अभिनन्दन जिन्होंने आज धारा 370 को समाप्त करने वाले संकल्प को पारित करवा कर डॉक्टर श्यामा प्रसाद मुखर्जी के बलिदान को सच्ची श्रद्धांजलि दी और उनके एक भारत के सपने को साकार किया. उन्होंने यह भी लिखा था कि, बहुत साहसिक और ऐतिहासिक निर्णय. श्रेष्ठ भारत - एक भारत का अभिनन्दन.