यह ख़बर 03 मई, 2012 को प्रकाशित हुई थी

चलती ट्रेन से फेंके जाने के बाद फ्रांसिसी नागरिक मरा

खास बातें

  • एक फ्रांसिसी नागरिक को हरियाणा के करनाल स्टेशन के पास चलती गाड़ी से बाहर धकेल दिया गया। इस सिलसिले में एक रेल टिकिट जांचकर्ता (टीटीई) को गिरफ्तार किया गया है।
चंडीगढ़:

एक फ्रांसिसी नागरिक को हरियाणा के करनाल स्टेशन के पास चलती गाड़ी से बाहर धकेल दिया गया। इस सिलसिले में एक रेल टिकिट जांचकर्ता (टीटीई) को गिरफ्तार किया गया है।

पुलिस के मुताबिक, 23 वर्षीय फ्रांसिसी नागरिक फ्रैंक विल्फ्रेड को करनाल स्टेशन के प्लेटफार्म पर उस समय पड़ा देखा गया जब अमृतसर जाने वाली सच्चखंड एक्सप्रेस स्टेशन से गुजरी।

सरकारी रेलवे पुलिस को इस घटना की जानकारी करनाल रेलवे स्टेशन पर मौजूद कुछ यात्रियों ने दी। विल्फ्रेड को तुरंत ही करनाल के अस्पताल में ले जाया गया। वहां से उसे चंडीगढ़ के पोस्ट ग्रेजुएट इंस्टीट्यूट ऑफ मेडिकल एंड रिसर्च (पीजीआईएमईआर) में लाया गया। सिर में चोटें आने के कारण विल्फ्रेड को गहन चिकित्सा कक्ष (आईसीयू) में भर्ती किया गया लेकिन इलाज के दौरान उनकी मौत हो गई।

पुलिस के मुताबिक विल्फ्रेड को रेल से बाहर धक्का दिया गया था और उन्होंने टीटीई मनोज कुमार के रिमांड की मांग की है ताकि उससे इसे बारे में पूछताछ की जा सके। कुमार को बुधवार को गिरफ्तार करके करनाल अदालत के समक्ष पेश किया गया था, जिसने उसे दो दिन की पुलिस हिरासत में भेज दिया।

सरकारी रेलवे पुलिस के एक अधिकारी का कहना है कि फ्रांसिसी युवक के पासपोर्ट समेत अन्य जरूरी कागजात कुमार के पास से बरामद हुए हैं। अधिकारी का कहना है कि टीटीई की भूमिका इसलिए संदेह के घेरे में आ गई क्योंकि उसने सरकारी रेलवे पुलिस या रेल प्राधिकारियों को घटना के बारे में सूचित भी नहीं किया जबकि सूचित करना उसका दायित्व था। इसके अलावा उसने यह बात भी छिपाई कि उस फ्रांसिसी युवक के कागजात उसने अपने पास रखे हैं।

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एक अधिकारी के मुताबिक प्रारंभिक जांच में सामने आया है कि युवक को रेल से धक्का देने से पहले टीटीई और उस युवक में कोई झगड़ा हुआ था। टीटीई पर कई आरोप लगाए गए हैं, जिनमें हत्या के प्रयास और सूचना न देने के प्रयास का आरोप शामिल है।