यह ख़बर 20 जुलाई, 2012 को प्रकाशित हुई थी

‎340 कमरों से 4 कमरों में सिमट जाएगी प्रतिभा पाटिल की दुनिया

खास बातें

  • राष्ट्रपति प्रतिभा पाटिल 24 जुलाई के बाद 340 कमरों वाला राष्ट्रपति भवन छोड़कर दिल्ली में ही अपने चार कमरों वाले अस्थायी निवास में रहने के लिए चली जाएंगी।
नई दिल्ली:

राष्ट्रपति प्रतिभा पाटिल 24 जुलाई के बाद 340 कमरों वाला राष्ट्रपति भवन छोड़कर दिल्ली में ही अपने चार कमरों वाले अस्थायी निवास में रहने के लिए चली जाएंगी। वह यहां करीब एक महीना रहने के बाद अपने पुणे स्थित रिटायरमेंट होम जाएंगी।


केंद्रीय लोक-निर्माण विभाग (सीपीडब्ल्यूडी) के एक अधिकारी ने बताया, प्रतिभा पाटील को तुगलक लेन पर बंगला नंबर-2 आवंटित किया गया है और वह निर्धारित कार्यक्रम के अनुसार 25 जुलाई से पूर्व वहां चली जाएगीं।

शहरी विकास मंत्रालय के अधीन आने वाला सीपीडब्ल्यूडी सराकरी निवासों और कार्यालय परिसरों के निर्माण और रखरखाव के लिए जिम्मेदार होता है। बंगले में अंतिम चरण का कार्य तेजी से चल रहा है। बंगला पेड़ों से घिरे हुआ है और उस पर सफेद रंग का पेंट किया गया है।

सीपीडब्ल्यूडी के एक अन्य अधिकारी ने अधिक जानकारी नहीं देते हुए बताया, हमें बंगला तैयार करने में मुश्किल से 15 दिन का समय लगा और बंगला अब बिल्कुल तैयार है। हमने काम 1 जुलाई को शुरू किया था, जो बहुत अच्छे से समाप्त हो गया। अधिकारियों के अनुसार सीपीडब्ल्यूडी को प्रतिभा पाटिल के लिए बंगला तैयार करने के लिए 27 जुलाई को पत्र मिला था।

अधिकारी ने बताया, हमने उनके आग्रह पर कुछ बदलाव किए हैं। हमने घर के एक कोने में छोटा सा पूजा घर बनाया है। कुछ सुरक्षा सुविधाएं भी बढ़ाई गई हैं। पाटिल के पड़ोसियों में कांग्रेस महासचिव और लोकसभा सांसद राहुल गांधी भी शामिल हैं।

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इससे पहले यह बंगला योजना आयोग की सदस्य सचिव सुधा पिल्लै को दिया गया था। उन्होंने बंगला इस वर्ष की शुरुआत में अपने सेवानिवृत्त होने के बाद छोड़ दिया था। पुणे में 'रायगढ़े' बंगले को पाटिल के रिटायरमेंट होम के रूप में चुना गया है।