अगर आप असहमत हैं, तो वो आपको राष्‍ट्रविरोधी बताते हैं : FTII छात्रों से राहुल

अगर आप असहमत हैं, तो वो आपको राष्‍ट्रविरोधी बताते हैं : FTII छात्रों से राहुल

पुणे FTII में छात्रों से बातचीत करते राहुल गांधी..

नई दिल्‍ली :

फिल्म एंड टेलीविजन इंस्टिट्यूट ऑफ इंडिया (FTII) के नए अध्यक्ष गजेन्द्र चौहान की नियुक्ति के खिलाफ विरोध कर रहे छात्रों के समर्थन में अब कांग्रेस उपाध्‍यक्ष राहुल गांधी आ गए हैं। राहुल प्रदर्शनकारी छात्रों से मिलने के लिए आज पुणे स्थित FTII पहुंचे। यहां उन्‍होंने छात्रों से मिलकर उनसे मुद्दों पर विस्‍तार से बातचीत की और उनका समर्थन भी किया।

छात्रों को संबोधित करते हुए राहुल गांधी ने कहा कि अगर आप 'उनकी' बातों से असहमत हैं, तो वो आपको राष्‍ट्रविरोधी और हिन्दू विरोधी बताते हैं।

छात्रों से बात करते हुए राहुल ने कहा :

-जो हालात पैदा हुए हैं, उसमें ऐसा क्या है, जिसने आप लोगों को इस तरह से परेशान कर दिया कि आप सड़कों पर विरोध-प्रदर्शन कर रहे हैं? और आप लोग ऐसा क्या कर रहे हैं, जिसने सरकार को परेशान कर दिया है?

-लोकतांत्रिक रूप से अगर ज्यादातर छात्र यह कहते हैं कि उन्हें वह अध्यक्ष के रूप में स्वीकार नहीं है तो उनको वहां नहीं होना चाहिए।

-ये बहुत ही सुनियोजित तरीके से बोर्ड में किया जा रहा है और इसका उद्देश्य छात्रों से उनका अधिकार छीन लेना है।

-आरएसएस की विचारधारा सुनियोजित तरीके से सामान्य लोगों या सोच को आगे बढ़ाने का रहा है।

-ये आपके स्कूल में नहीं हो रहा है, ये बोर्ड में बड़े पैमाने पर किया जा रहा है।

-आप एक कम काबिल आदमी को सभी के ऊपर लाकर बिठा रहे हैं और दूसरा आदमी जो काबिल है, वह किसी के नीचे रहने को तैयार नहीं है।

-बीजेपी में पीएम ही पावर सेंटर है, वहां सारे फैसले वही करते हैं।

-सवाल ये है कि ऐसे हालात से आप कितनी मज़बूती से लड़ने को तैयार हैं।

-मैं आपकी इस लड़ाई में आपके साथ हूं।

-यहां जो बातचीत हो रही है, उसमें कहा जाता है कि आप हमसे सहमत हों और अगर आप नहीं होते तो आपको कुचल दिया जाता है।

-लोगों का मुंह बंद करने के लिए वह आपको हिन्दू विरोधी और राष्ट्र विरोधी कहते हैं।

-आपको क्या लगता है कि वे क्यों इस देश में सिर्फ एक विचारधारा चाहते हैं? आख़िर ऐसी क्या वजह है कि वे इस देश में विभिन्न विचारधारा या सोच का स्वागत नहीं करना चाहते?

-आपका दृष्टिकोण प्रतिरोध का होना चाहिए, सिर्फ स्कूल के भीतर नहीं, बल्कि बाहर भी।

-आपसे ज़्यादा कोई भी आज की तारीख में ताकतवर नहीं है।

-यह एक बहुत ही रोमांचक फिल्म होगी कि कैसे समूची भारत सरकार 250 छात्रों को किनारे लगाना चाहती है।

-यह सिर्फ एक छोटी लड़ाई है, असली लड़ाई वह है, जिसमें हमें हमारे देश की असल विचारधारा को आगे बढ़ाना है।

-आपको इस वक़्त जो ज़ख्म दिए गए हैं, आपको उससे मिले दर्द का सही इस्तेमाल करना चाहिए।

-मैं इस संस्थान के निजीकरण का सख्त विरोध करता हूं और मेरी पार्टी कांग्रेस भी इसका समर्थन नहीं करेगी।

-हमारे देश का सबसे सफल शिक्षा संस्थान वे हैं, जो सरकारी हैं। इनमें आईआईटी, आईआईएम शामिल हैं।

-आपकी और राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ की सोच में एक मूल फर्क है, आपके लिए यह संस्थान आपके अस्तित्व का एक हिस्सा है। उनके लिए यह संस्थान सिर्फ एक इमारत है। उन्हें ऐसा लगता है कि ज्ञान सिर्फ उनके पास है, जिसे वह सबको देना चाहते हैं, जबकि आपकी और मेरी सोच यह है कि ज्ञान आपके भीतर है, जिसे बाहर लाना है।

इससे पहले कांग्रेस दफ्तर पहुंचने पर राहुल को बीजेपी के विरोध का सामना भी करना पड़ा। उन्‍हें यहां बीजेपी कार्यकर्ताओं ने काले झंडे दिखाए।

दरअसल, FTII छात्रों की मांग है क‍ि गजेन्द्र चौहान FTII अध्यक्ष पद के काबिल नहीं हैं, इसलिए उन्हें इस पद से हटा देना चाहिए। अब छात्रों ने राहुल गांधी से मदद की गुहार लगाई है कि वे इस मुद्दे को संसद में उठाएं। छात्र FTII गवर्निंग काउंसिल को पुनर्गठित करने की मांग पर कायम हैं। हालांकि वे केंद्र सरकार से अपनी मांगें मनवाने में अभी तक असफल रहे हैं।

छात्रों ने राहुल गांधी को चिट्ठी लिखकर अपने मुद्दे बताए और संसद में छात्रों की आवाज़ पहुंचाने की मांग की है। उच्च शिक्षा संस्थानों पर सरकार की दखलंदाज़ी और हमलों के खिलाफ छात्र राहुल गांधी से अपील कर रहे हैं कि वह संसद तक इस मुद्दे को ले जाएं। हाल में राहुल गांधी ने IIT मद्रास के विवादित  'आंबेडकर पेरियार स्टडी सर्किल' पर लगाए गए सरकार के प्रतिबंध के खिलाफ आवाज़ उठाई थी और पिछले महीने सरकार ने APSC से प्रतिबन्ध हटा दिया।

FTII छात्र उम्मीद कर रहे हैं कि राहुल गांधी उनके मुद्दे से जुड़कर इस मसले को सुलझाने में उनकी मदद करेंगे। इससे पहले FTII छात्र 3 जुलाई को दिल्ली में सूचना एवं प्रसारण मंत्री अरुण जेटली से मुलाकात कर चुके हैं, लेकिन इस बैठक में कोई समाधान नहीं निकला। छात्रों ने आरोप लगाया कि उन पर अपनी हड़ताल वापस लेने का दबाव बनाया जा रहा है और इंस्टिट्यूट का निजीकरण करने की धमकी दी जा रही है।

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सोमवार को फिल्मकार विधु विनोद चोपड़ा और राजू हिरानी ने दिल्‍ली में फिर से अरुण जेटली से मुलाक़ात की और इंस्टिट्यूट के मुद्दे हल करने के अलावा FTII में सुरक्षा बढ़ाने की मांग की। छात्र अब अपने आंदोलन को दिल्ली ले जाना चाहते हैं और 3 अगस्त को दिल्ली में बड़ी रैली करने का आयोजन किया गया है।