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खास बातें
- मनोहर पर्रिकर ने राहुल गांधी को लिखा पत्र
- कहा- आपने मुलाकात के जरिए निम्नस्तरीय राजनीतिक हित साधा
- पर्रिकर ने राहुल गांधी से कहा- राजनीति में बीमार आदमी का इस्तेमाल ठीक नही
नई दिल्ली: कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी से मुलाकात के अगले दिन बुधवार को गोवा के मुख्यमंत्री मनोहर पर्रिकर ने पत्र लिखकर उन पर हमला बोला है. उन्होने राहुल गांधी पर इस मुलाकात के जरिए राजनीतिक हित साधने का आरोप लगाया है. मनोहर पर्रिकर ने पत्र में लिखा है कि 29 जनवरी को बिना किसी पूर्व सूचना के आप मेरे स्वास्थ्य का हाल पूछने मेरे यहां आए थे. दलगत भावना से ऊपर उठकर एक अस्वस्थ व्यक्ति का हाल जानना अच्छी परंपरा है.आपके आने पर मैने आपका स्वागत स्वास्थ्य एवं बीमारी के प्रति आपकी अच्छी भावना के संदर्भ में किया. लेकिन आज सुबह समाचार पत्रों में जिस ढंग से आपके 'विजिट' को लेकर बयान प्रकाशित हुए हैं, उन्हें पढ़कर मुझे आश्चर्य भी हुआ और आहत भी हूं. आपने कहा कि बातचीत में मैने आपको बताया है कि राफेल की प्रक्रिया में मैं कहीं नहीं था मुझे कोई जानकारी नहीं थी.मेरे लिए यह अत्यंत निराशाजनक और आहत करने वाली बात है कि मेरे स्वास्थ्य का हाल जानने के बहाने आपने अपने निम्न स्तरीय राजनीतिक हितों को साधने का कार्य किया है. उसकी मैं कल्पना भी नहीं कर पा रहा हूं.
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5 मिनट की भेंट में राफेल का जिक्र तक न हुआ
मनोहर पर्रिकर ने राहुल गांधी से कहा कि आपसे पांच मिनट की भेंट में न राफेल का जिक्र हुआ और न ही मैने राफेल संबंधी कोई चर्चा की. उन 15 मिनट में इस संबंध में कोई चरचा नहीं हुई. इस तरह की कोई बात मेरी और आपके बीच न तो हाल की मीटिंग में हुई थी और न ही पहले कभी हुई. पर्रिकर ने कहा कि मैं फिर स्पष्ट कर रहा हूं कि राफेल सौदे में दूर-दूर तक कोई गड़बड़ी नहीं हुई है. पर्रिकर ने लिखा कि शिष्टाचार भेंट के बहाने मेरे घर आकर, फिर इतने निम्न स्तर का झूठ आधारित राजनीतिक बयान देना आपके मेरे मेरे घर आने के उद्देश्यों को उजागर करता है.मैने सोचा था कि आपका आना और आपकी शुभकानाएं मेरे लिए इस प्रतिकूल स्थिति में संबल प्रदान करेंगी लेकिन ैं नीं समझ सका कि आपके आने का वास्तविक इरादा यह था.
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बता दें कि कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी ने मंगलवार को गोवा के मुख्यमंत्री मनोहर पर्रिकर से विधानसभा परिसर में मुलाकात कर उनकी तबीयत के बारे में पूछा था. 63 वर्षीय पर्रिकर अग्नाशय संबंधी बीमारी से पीड़ित हैं. यह मुलाकात ऐसे समय में हुई जब एक दिन पहले ही राहुल गांधी ने आरोप लगाया था कि ''गोवा ऑडियो टेप'' प्रामाणिक हैं और गोवा के मुख्यमंत्री मनोहर पर्रिकर के पास इस मुद्दे से जुड़े ''धमाका करने वाले राज" हैं. कांग्रेस ने इस टेप का हवाला देते हुए राफेल मुद्दे पर केंद्र पर हमला किया था.
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गोवा की राज्यपाल मृदुला सिन्हा के संबोधन के बाद सदन की कार्यवाही स्थगित होते ही राहुल गांधी दोपहर के करीब विधानसभा परिसर पहुंचे. कांग्रेस के विधायकों ने राज्यपाल के अभिभाषण का बहिषकार किया. वहां पहुंचने के बाद कांग्रेस अध्यक्ष ने विधानसभा परिसर में मुख्यमंत्री के चैम्बर में उनसे मुलाकात की. इसके बाद वह कांग्रेस विधायकों से 10 मिनट मुलाकात करने के बाद वहां से चले गये। कांग्रेस अध्यक्ष ने पत्रकारों से बात करने से इनकार कर दिया और कहा कि उन्हें देरी हो रही है.
राहुल गांधी के साथ पर्रिकर से मिलने पहुंचे गोवा विधानसभा में विपक्ष के नेता चंद्रकांत कावलेकर ने कहा, "यह पर्रिकर की तबीयत जानने के लिये हुई शिष्टाचार मुलाकात थी. उनका हाल-चाल जानने के अलावा कोई और बातचीत नहीं हुई." राहुल गांधी अपनी मां सोनिया गांधी के साथ गोवा के निजी दौरे पर हैं. गोवा के नगर एवं ग्राम नियोजन मंत्री विजय सरदेशाई ने कांग्रेस प्रमुख के पर्रिकर से मुलाकात को राजनीति में सकारात्मक घटनाक्रम बताया. कांग्रेस अध्यक्ष के विधानसभा परिसर से जाने के बाद सरदेशाई ने संवाददाताओं से कहा, ‘‘मैंने मुख्यमंत्री से पूछा था. उन्होंने मुझसे कहा था कि चार पांच बार राहुल गांधी ने उनके (पर्रिकर के) बेटे को फोन कर तबीयत के बारे में पूछा था.' उन्होंने कहा, ‘‘राजनीति में यह सकारात्मक घटनाक्रम है. देश में राजनीतिक नेतृत्व अपने प्रतिद्वंद्वियों के स्वास्थ्य और उनकी सेहत को लेकर भी फिक्रमंद है, यह ऐसी चीज है जिसकी सराहना की जानी चाहिए.'.
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