यह ख़बर 03 जून, 2014 को प्रकाशित हुई थी

अचेत होने से पहले गोपीनाथ मुंडे ने मांगा था पानी

केंद्रीय मंत्री गोपीनाथ मुंडे हादसे के वक्त इसी कार में थे

नई दिल्ली:

केंद्रीय मंत्री और भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के वरिष्ठ नेता गोपीनाथ मुंडे का यहां मंगलवार की सुबह निधन हो गया। सूत्रों के मुताबिक, मुंडे ने अचेत होने से पहले पानी मांगा था और अस्पताल ले चलने को कहा था।

एक पुलिस अधिकारी ने बताया, मुंडे अपनी मारुति सुजुकी एसएक्स4 (डीएल 8सी बीएफ 0034) कार से इंदिरा गांधी अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे जा रहे थे, तभी सुबह लगभग 6.20 बजे अरबिंदो चौक पर एक टाटा इंडिका ने उनकी कार में टक्कर मार दी।

अरविंदो मार्ग से तुगलक मार्ग की ओर जा रही इंडिका कार ने जब मुंडे की कार में टक्कर मारी, तब वह पृथ्वीराज मार्ग से सफदरजंग मार्ग की ओर जा रहे थे।

सूत्रों के मुताबिक, मुंडे अपनी कार में पीछे बैठे थे। टक्कर के कारण लगे झटके से मुंडे कार के अंदर ही गिर गए। उनके अंगरक्षक ने बैठने में उनकी मदद की। हादसे के बाद मुंडे ने पानी मांगा और अपने चालक से अस्पताल ले चलने को कहा।

मुंडे को सुबह 6.30 बजे अखिल भारतीय चिकित्सा विज्ञान संस्थान (एम्स) के जय प्रकाश नारायण शीर्ष ट्रामा सेंटर पहुंचाया गया तब उनकी नाड़ी की गति कम होने लगी थी और उनके दिल में कोई हलचल नहीं हो रही थी।

एम्स के जनसंपर्क अधिकारी अमित गुप्ता ने संवाददाताओं को बताया, जब उन्हें ट्रॉमा सेंटर लाया गया, उनकी सांस नहीं चल रही थी। रक्तचाप और नाड़ी भी नहीं चल रही थी। उनके दिल में कोई हलचल नहीं हो रही थी। इसलिए तुरंत कार्डियोपुल्मोनरी पुनर्जीवन (सीपीआर) शुरू किया गया और अगले 50 मिनट तक इसे जारी रखा गया।

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गुप्ता ने बताया, सभी आक्रामक और जीवनप्रद उपायों के बाद भी वह पुनर्जीवित नहीं हो सके और सुबह 7.20 बजे उन्हें मृत घोषित कर दिया गया।