यह ख़बर 05 मई, 2013 को प्रकाशित हुई थी

फिलहाल पवन बंसल, अश्विनी कुमार पर कार्रवाई नहीं : कांग्रेस

खास बातें

  • तिवारी ने कहा, "मेरा आप सबसे निवेदन यही होगा कि चूंकि रेलमंत्री ने जांच का स्वागत किया है इसलिए जांच को किसी निष्कर्ष तक पहुंचने दीजिए। भारतीय न्याय परंपरा को ध्यान में रखते हुए मैं नहीं समझता कि किसी मामले पर पूर्व न्याय या पूर्व निर्णय करना उचित होगा।"
नई दिल्ली:

रेलमंत्री पवन बंसल और कानूनमंत्री अश्विनी कुमार का पक्ष लेते हुए कांग्रेस ने रविवार को कहा कि आननफानन में दोनों मंत्रियों के खिलाफ कोई कार्रवाई नहीं की जाएगी।

प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह के सरकारी आवास पर हुई बैठक के बाद सूचना एवं प्रसारण मंत्री मनीष तिवारी ने संवाददाताओं से कहा, "जांच चल रही है। परिणाम आने दीजिए। उसके बाद हम कोई फैसला लेंगे।"

तिवारी ने कहा, "मेरा आप सबसे निवेदन यही होगा कि चूंकि रेलमंत्री ने जांच का स्वागत किया है इसलिए जांच को किसी निष्कर्ष तक पहुंचने दीजिए। भारतीय न्याय परंपरा को ध्यान में रखते हुए मैं नहीं समझता कि किसी मामले पर पूर्व न्याय या पूर्व निर्णय करना उचित होगा।"

कानून मंत्री के बारे में उन्होंने कहा, "यह मामला न्यायालय में विचाराधीन है। यदि मेरी जानकारी सही है तो इस पर सर्वोच्च न्यायालय में 8 मई को सुनवाई होनी है। यदि सरकार को कुछ कहना होगा तो वह अपने लॉ अधिकारियों के माध्यम से अपनी बात सर्वोच्च न्यायालय के समक्ष रखेगी।"

ज्ञात हो कि केंद्रीय कानून मंत्री अश्विनी कुमार कोयला ब्लॉक आवंटन पर सर्वोच्च न्यायालय में पेश की जाने वाली सीबीआई रिपोर्ट को पुनरीक्षित किए जाने को लेकर विपक्ष के निशाने पर हैं तो रेलवे के एक वरिष्ठ अधिकारी से 90 लाख रुपये की रिश्वत लेने के आरोप में भांजे की गिरफ्तारी के बाद रेल मंत्री पवन कुमार बंसल विवादों में फंस गए हैं।

Listen to the latest songs, only on JioSaavn.com

इससे पहले, बैठक को लेकर पार्टी अध्यक्ष सोनिया गांधी ने रक्षा मंत्री एके एंटनी और अपने राजनीतिक सचिव अहमद पटेल से मुलाकात की थी।