अर्थव्यवस्था को एक और पुश देने की तैयारी? वित्त सचिव ने बताया- नए स्टिमुलस पैकेज पर काम कर रही सरकार

वित्त सचिव अजय भूषण पांडेय ने रविवार को कहा कि सरकार ग्राउंड पर स्थितियों का जायजा ले रही है ताकि इसका आकलन किया जा सके कि किस सेक्टर में किस तरह की सहायता की जरूरत है.

अर्थव्यवस्था को एक और पुश देने की तैयारी? वित्त सचिव ने बताया- नए स्टिमुलस पैकेज पर काम कर रही सरकार

वित्त सचिव अजय भूषण पांडेय ने स्टिमुलस पैकेज को लेकर दिया अहम बयान.

नई दिल्ली:

वित्त सचिव अजय भूषण पांडेय (Finance Secretary Ajay Bhushan Pandey) ने रविवार को संकेत दिए कि सरकार एक दूसरे स्टिमुलस पैकेज (Stimulus Package) पर काम कर रही है. हालांकि, उन्होंने यह नहीं बताया कि आखिर कब तक इसकी घोषणा कर दी जाएगी. न्यूज एजेंसी ANI को दिए गए एक एक्सक्लूसिव इंटरव्यू में पांडेय ने कहा कि सरकार ग्राउंड पर स्थितियों का जायजा ले रही है ताकि इसका आकलन किया जा सके कि किस सेक्टर में किस तरह की सहायता की जरूरत है.

उन्होंने कहा, 'हम ग्राउंड पर यह मॉनिटर कर रहे हैं कि इकोनॉमी के किस सेक्टर या फिर जनसंख्या के किस हिस्से को कब और कैसी मदद की जरूरत है, ताकि हम उस हिसाब से प्रतिक्रिया दे पाएं. हम औद्योगिक संस्थाओं, व्यापार संगठनों और अलग-अलग मंत्रालयों से सुझाव और अर्थव्यवस्था की जरूरतों का विवरण लेते रहते हैं, फिर उसके हिसाब से हम कदम उठाते हैं.'

पांडेय ने कहा कि वो इस पैकेज के आने का कोई तय टाइमफ्रेम नहीं बता सकते, लेकिन हां सरकार इसपर काम कर रही है और आगे की प्रक्रिया पर विचार-विमर्श हो रहा है.

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अर्थव्यवस्था के ताजा हालात पर वित्त सचिव ने कहा कि देश की इकोनॉमी रिकवर हो रही है और सतत विकास की तरफ बढ़ रही है, यानी अगले कुछ वक्त में इसमें लगातार स्थिरता देखने को मिल सकती है. उन्होंने बताया कि अक्टूबर महीने में जीएसटी संग्रह (GST revenue) ृबढ़कर 1,05,155 करोड़ रुपए रहा है, जो पिछले साल के इसी महीने के कुल जीएसटी संग्रह से 10 प्रतिशत अधिक है. फरवरी के बाद पहली बार जीएसटी संग्रह का आंकड़ा एक लाख करोड़ रुपये के पार निकला है. वहीं, सितंबर के महीने में 95,480 करोड़ के जीएसटी कलेक्शन के साथ चार प्रतिशत ग्रोथ देखने को मिली है. उन्होंने बताया कि देश में बिजली उपभोग, निर्यात और आयात में तेजी देखी गई है.

उन्होंने कहा, 'सितंबर और अक्टूबर के आंकड़े दिखाते हैं कि हम कोविड-19 के पहले वाली स्थिति में पहुंचकर एक सकारात्मक स्थिति में दाखिल हो चुके हैं. हर पिछले साल से तुलना करें तो सितंबर के ई-वे बिल में ईयर-ऑन-ईयर 10 फीसदी की बढ़ोतरी दिखी है, वहीं अक्टूबर में इसकी ग्रोथ 21 फीसदी रही है.'

उन्होंने कहा कि 'अगर हम पांच महीने तक इस तेजी को बनाए रख सकें तो हम कह सकते हैं कि गहरे निगेटिव ज़ोन से निकलकर मार्च 2021 तक ज़ीरो ग्रोथ ज़ोने के करीब पहुंच जाएंगे.'

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