यह ख़बर 03 सितंबर, 2013 को प्रकाशित हुई थी

वंजारा ने नौकरी छोड़ी, नरेंद्र मोदी और अमित शाह पर साधा निशाना

फाइल फोटो।

खास बातें

  • जेल में बंद गुजरात पुलिस के निलंबित अधिकारी डीजी वंजारा ने भारतीय पुलिस सेवा (आईपीएस) से इस्तीफा देते हुए हुए मुख्यमंत्री नरेंद्र मोदी और पूर्व गृह मंत्री अमित शाह पर 'मुठभेड़ मौतों' का आरोप लगाया।
नई दिल्ली:

जेल में बंद गुजरात पुलिस के निलंबित अधिकारी डीजी वंजारा ने भारतीय पुलिस सेवा (आईपीएस) से इस्तीफा देते हुए हुए मुख्यमंत्री नरेंद्र मोदी और पूर्व गृह मंत्री अमित शाह पर 'मुठभेड़ मौतों' का आरोप लगाया। वंजारा ने कहा है कि ये दोनों नेता भी उन 'मुठभेड़ मौतों' के आरोपी हैं जिसके चलते वे और 31 अन्य अधिकारी वर्षों से जेल में कैद हैं।

गुजरात के मुख्य सचिव को संबोधित 10 पृष्ठों के धमाकेदार पत्र पर में वंजारा ने जेल में बंद अधिकारियों का साथ नहीं निभाने के लिए कहा है, "इस रीढ़हीन गुजरात सरकार ने मेरी निष्ठा, विश्वास और समर्पण को कैद कर लिया था।"

मीडिया को मंगलवार को उपलब्ध 1 सितंबर को साबरमती केंद्रीय कारा से लिखे गए इस पत्र में मोदी के भरोसेमंद शाह पर गुजरात और राजस्थान के 32 पुलिस अधिकारियों को धोखा देने का आरोप लगाया गया है। ये अधिकारी संदिग्ध आतंकवादियों को कथित रूप से मार गिराने के आरोप में विभिन्न जेलों में बंद हैं।

वंजारा ने कहा कि यदि वे और उनके सहयोगियों को 'कथित फर्जी मुठभेड़' आरापी बनाया जाता है तो सीबीआई को 'नीति निर्माताओं को भी हमारी तरह ही गिरफ्तार करना होगा, क्योंकि क्षेत्राधिकारी के रूप में हमने सिर्फ इस सरकार की सुविचारित नीतियों को ही लागू किया है।' उन्होंने लिखा है, "मेरा स्पष्ट मानना है कि इस सरकार को गांधीनगर की जगह नवी मुंबई के तालोजा केंद्रीय कारागार या अहमदाबाद के साबरमती केंद्रीय कारागार में होना चाहिए।" उन्होंने आगे लिखा है, "तर्क बेहद मामूली है कि सरकार और पुलिस एक ही कश्ती में सवार हैं और एक साथ ही तैरे या डूबेंगे। किसी को भी दूसरे को डुबोने का प्रयास कर बचने की कोशिश नहीं करनी चाहिए।" वंजारा एक से ज्यादा 'मुठभेड़ हत्याओं' के आरोप में अप्रैल 2007 से जेल में बंद हैं।

वंजारा ने शाह पर खुद को बचाने के लिए 'घिनौनी युक्ति' अपनाने का आरोप लगाया है। उन्होंने कहा है कि शाह ने पुलिस अधिकारियों को धोखा दिया ताकि वे (अधिकारी) डूबने से अप्राकृतिक मौत का शिकार हो जाएं। उन्होंने कहा है, "इस तरह का आत्मघाती कदम अपना कर इस सरकार ने और कुछ नहीं किया, बल्कि यह खुद के डूबने की जल्दबाजी और इंतजाम में जुटी है।"

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वंजारा ने कहा कि उन्होंने नरेंद्र मोदी को लंबे समय तक एक भगवान की तरह माना। उन्होंने आगे कहा है, "लेकिन मुझे यह कहते हुए खेद हो रहा है कि मेरा भगवान अमितभाई शाह जैसे शैतान के प्रभाव से नहीं उबर सका।" उन्होंने कहा है, "उनकी (शाह की) प्रदेश के प्रशासन पर अपवित्र पकड़ ऐसी है कि वे करीब-करीब परोक्ष रूप से गुजरात की सरकार को चला रहे हैं।"