रोहतक : जहां लगातार दूसरी बार आकर इतिहास रचना चाहती है BJP

रोहतक सीट पर पिछले चुनाव में ही एक लंबे अरसे बाद बीजेपी काबिज हो सकी थी. यहां से कांग्रेस के भारत भूषण बत्रा को मनीष ग्रोवर ने 11,132 वोटों से शिकस्त दी थी.

रोहतक : जहां लगातार दूसरी बार आकर इतिहास रचना चाहती है BJP

जनगणना 2011 के अनुसार रोहतक की जनसंख्या करीब 7.5 लाख है.

हरियाणा में आगामी 21 अक्टूबर को विधानसभा चुनाव होने जा रहे हैं. यहां कुल 90 सीटों पर चुनाव होने हैं. इनमें से एक है रोहतक की सीट. यह शहरी सीट मनोहर लाल खट्टर के प्रभाव को बनाए रखने के लिए काफी मायने रखती है. जनगणना 2011 के अनुसार यहां की जनसंख्या करीब 7.5 लाख है. यहां पंजाबी औैर वैश्य समुदाय का वर्चस्व है. इस सीट पर पिछले चुनाव में ही एक लंबे अरसे बाद बीजेपी काबिज हो सकी थी. यहां से कांग्रेस के भारत भूषण बत्रा को मनीष ग्रोवर ने 11,132 वोटों से शिकस्त दी थी. यही मनीष 2014 से पहले के तीन विधान सभा चुनावों में हार का सामना करते आ रहे थे.

हरियाणा में मुख्य मुकाबला बीजेपी और कांग्रेस के बीच ही है और रोहतक में बीजेपी अपना किला बचाना चाहती है वहीं इस बार कांग्रेस वापसी करने के मूड में है. माना जा रहा है इस बार भी मनीष ग्रोवर ही यहां से उम्मीदवार हो सकते हैं. मनीष ने यहां महर्षि दयानंद विश्वविद्यालय में कर्मचारियों के लिए सिंथेटिक ट्रैक और क्वार्टरों के निर्माण सहित कई विकास परियोजनाओं को अंजाम दिया है. उन्होंने कई पार्कों के साथ-साथ एलिवेटेड रोड और एलिवेटेड रोड बनवाने का श्रेय उन्हें दिया जाता है. हालांकि 2019 के लोकसभा चुनाव में उन पर बूथ कैप्चरिंग कराने के कथित आरोप भी लग चुके हैं. 

2016 में जाट आंदोलन के दौरान बुरी तरह प्रभावित होने वाले रोहतक में बीजेपी के लिए मुकाबला कड़ा होगा क्योंकि इस सीट पर बीजेपी सत्ता लगातार दो कार्यकाल में रही हो, ऐसा देखा नहीं गया. 1982 में पहली बार यहां से बीजेपी के मंगल सेन ने जीत दर्ज की थी. इसके बाद 1985 में ही हुए उपचुनाव में ये सीट कांग्रेस के पाले में चली गई. 1987 में बीजेपी ने एक बार फिर वापसी की लेकिन फिर 2014 तक बीजेपी यहां से नदारद ही रही. वह इससे पहले यहां आईएनएलडी की सहयोगी के रूप में काम करती रही थी. 

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बता दें हरियाणा में आगामी 21 अक्टूबर को चुनाव होने जा रहे हैं और 24 अक्टूबर को नतीजे भी आ जाएंगे. मनोहर लाल खट्टर ही इस बार भी मुख्यमंत्री पद का यहां चेहरा हैं. उन्हीं के नेतृत्व में 2014 में राज्य की कुल 90 सीटों में से 47 पर बीजेपी ने जीत दर्ज की थी.