हरियाणा में कृषि कानून का विरोध, ग्रामीण बोले- काले कानूनों की वापसी तक, गांव में नहीं होने देंगे सरकारी काम

हरियाणा (Haryana) में जींद (Jind) के सिल्लाखेड़ी गांव के ग्रामीणों ने कहा, ‘‘जब तक सरकार तीनों काले कृषि कानूनों (Farm Laws) को वापस नहीं ले लेती, तब तक हम सरकार का कोई भी कार्य गांव में नहीं होने देंगे.’’

हरियाणा में कृषि कानून का विरोध, ग्रामीण बोले- काले कानूनों की वापसी तक, गांव में नहीं होने देंगे सरकारी काम

कई राज्यों के किसान नए कृषि कानूनों का विरोध कर रहे हैं. (फाइल फोटो)

खास बातें

  • हरियाणा में कृषि कानून का विरोध
  • जींद के सिल्लाखेड़ी गांव का मामला
  • जगमग योजना का काम रुकवाया
जींद:

हरियाणा (Haryana) में जींद (Jind) के सिल्लाखेड़ी गांव के ग्रामीणों ने केंद्र सरकार के तीन नए कृषि कानूनों (Farm Laws) को लेकर बृहस्पतिवार को गांव में ‘जगमग योजना' (Jagmag Yojana) के तहत लाइन बिछाने और पोल लगाने गई बिजली निगम की टीम का विरोध किया. ग्रामीणों का कहना था, ‘‘जब तक सरकार तीनों काले कृषि कानूनों को वापस नहीं ले लेती, तब तक हम सरकार का कोई भी कार्य गांव में नहीं होने देंगे.''

मामले की सूचना निगम के आलाधिकारियों को दी गई. सूचना पाकर निगम के एसडीओ विनीत कुमार मौके पर पहुंचे.
एसडीओ विनीत कुमार ने बताया कि ग्रामीणों को काफी समझाने का प्रयास किया गया लेकिन ग्रामीण मानने को तैयार नहीं हैं. उन्होंने बताया कि खंभे निगम द्वारा एक माह पहले ही पूरे गांव में लगवा दिए थे लेकिन बिजली लाइन बिछाने के कार्य को दूसरा दिन ही हुआ था.

संयुक्त किसान मोर्चा 6 मार्च को काले झंडे लगाकर विरोध प्रदर्शन करेगा

उन्होंने बताया कि किसानों ने तीन कृषि कानूनों के विरोध में लाइन बिछाने की प्रक्रिया को बीच में ही रुकवा दिया है. उन्होंने बताया कि पूरा मामला उच्च अधिकारियों के संज्ञान में ला दिया गया है और उच्च अधिकारियों के आदेश अनुसार आगामी कार्रवाई अमल में लाई जाएगी.

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(हेडलाइन के अलावा, इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है, यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।)