हाथरस गैंगरेप : पीड़ित परिवार के साथ खड़ा विपक्ष, मांगे बगैर CBI जांच की सिफारिश, 10 बड़ी बातें

हाथरस (Hathras Gang Rape Case) में 14 सितंबर को एक 20 साल की लड़की से गैंगरेप हुआ. गैंगरेप उस लड़की के साथ ही नहीं बल्कि उसकी रूह के साथ भी किया गया.

हाथरस गैंगरेप : पीड़ित परिवार के साथ खड़ा विपक्ष, मांगे बगैर CBI जांच की सिफारिश, 10 बड़ी बातें

UP सरकार ने CBI जांच की सिफारिश की है. (फाइल फोटो)

हाथरस: हाथरस (Hathras Gang Rape Case) में 14 सितंबर को एक 20 साल की लड़की से गैंगरेप हुआ. गैंगरेप उस लड़की के साथ ही नहीं बल्कि उसकी रूह के साथ भी किया गया. हैवानों ने उसके शरीर को ऐसी यातनाएं दीं, जिसे सुनकर किसी का भी कलेजा फट पड़े. पीड़िता का अस्पताल दर अस्पताल इलाज चलता गया और बीते मंगलवार दिल्ली के सफदरजंग अस्पताल में उसने दम तोड़ दिया. गैंगरेप मामले को लेकर देश में गुस्सा है. जगह-जगह विरोध प्रदर्शन हो रहे हैं. जनता के इस आक्रोश का ही नतीजा है कि बीते दिन उत्तर प्रदेश की योगी सरकार (UP Govt) ने इस मामले की जांच CBI से कराने की सिफारिश भेज दी लेकिन परिवार ने कहा कि उन्होंने CBI जांच की मांग नहीं की. वह सुप्रीम कोर्ट की निगरानी में जांच चाहते हैं. दूसरी ओर इस केस की जांच में जुटी SIT अपनी शुरुआती जांच पूरी कर चुकी है. SIT की प्रारंभिक जांच के बाद ही SP समेत कई पुलिसकर्मियों को सस्पेंड किया गया. अब आपको बताते हैं बीते 24 घंटों में क्या-क्या हुआ?

हाथरस गैंगरेप मामले में पिछले 24 घंटे का घटनाक्रम

  1. शनिवार सुबह से ही सुगबुगाहट थी कि कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी (Rahul Gandhi) और कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी (Priyanka Gandhi) एक बार फिर हाथरस जा सकते हैं. दोपहर होते-होते इस बात की तस्दीक हो गई. राहुल-प्रियंका का एक वीडियो सामने आया, जिसमें प्रियंका गाड़ी चलाते हुए DND की ओर आगे बढ़ रही थीं. राहुल उनके साथ नजर आ रहे थे.

  2. दूसरी ओर हाथरस में भी मीडिया और प्रशासन की जंग खत्म होने का ऐलान हो गया. दरअसल प्रशासन ने बीते दो दिनों से मीडिया के पीड़िता के गांव में जाने पर पाबंदी लगा दी थी. चौतरफा घिरता देख सरकार ने इस आदेश को वापस लिया और बैन हटाया.

  3. मीडिया के गांव में पहुंचते ही पीड़ित परिवार ने आरोप लगाया कि उनपर दबाव बनाया जा रहा है. लालच देकर उन्हें मुंह बंद रखने के लिए कहा जा रहा है. परिवार ने मांग की कि सुप्रीम कोर्ट की निगरानी में गठित कमेटी द्वारा उनकी बेटी को इंसाफ दिलाया जाए.

  4. एक ओर जहां राहुल गांधी, प्रियंका गांधी कई कांग्रेसी सांसदों और सैकड़ों कार्यकर्ताओं के साथ DND की ओर आगे बढ़ रहे थे, तो वहीं दूसरी ओर सरकार ने डैमेज कंट्रोल के लिए राज्य के अपर मुख्य सचिव (गृह) अवनीश अवस्थी और सूबे के DGP हितेश चंद्र अवस्थी को आगे किया.

  5. अवनीश अवस्थी और हितेश चंद्र अवस्थी शनिवार दोपहर हाथरस पहुंचे और पीड़ित परिवार से मुलाकात की. उन्होंने परिवार को भरोसा दिलाया कि उनकी बेटी के गुनहगारों को किसी भी सूरत में बख्शा नहीं जाएगा. प्रमुख सचिव ने मुलाकात के बाद कहा, 'हमने पीड़ित परिवार से मुलाकात की. उन्होंने कुछ समस्याएं बताई हैं. हमने SIT बनाई है और टीम के सदस्य परिवार की हर समस्या का समाधान करेंगे.'

  6. वहीं, राहुल गांधी और प्रियंका गांधी के हाथरस दौरे की भनक मिलते ही नोएडा पुलिस एक्टिव मोड में आ गई. आला अधिकारी DND की ओर बढ़े और दिल्ली-नोएडा बॉर्डर किसी छावनी की तरह नजर आने लगा. नोएडा प्रशासन ने बॉर्डर को सील कर दिया.

  7. राहुल और प्रियंका वहां पहुंचे. उनके साथ कई कांग्रेसी सांसद और पार्टी के दिग्गज नेता थे. नेता और कार्यकर्ता बॉर्डर खोलने की मांग करने लगे. गहमागहमी के बाद पुलिस ने हल्का बल प्रयोग किया. कार्यकर्ताओं को पुलिस की लाठी से बचाने के लिए प्रियंका खुद सामने आ गईं. इसका एक वीडियो भी सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है.

  8. मामले को बढ़ता देख अचानक से एक आदेश सब कुछ मानो शांत कर देता है और वह आदेश यह था कि राहुल गांधी और प्रियंका गांधी तीन अन्य लोगों के साथ हाथरस जा सकते हैं. सिर्फ पांच लोगों को हाथरस जाने की अनुमति देने के पीछे धारा 144 का हवाला दिया गया.

  9. राहुल और प्रियंका बगैर मौका गंवाए फौरन हाथरस के लिए रवाना हो गए. वहां पहुंच उन्होंने पीड़ित परिवार से मुलाकात की. परिवार ने उनके सामने अपना सारा दर्द उड़ेल दिया. दोनों नेताओं ने परिवार को भरोसा दिलाया कि हर कीमत पर उनके साथ न्याय होकर रहेगा. इसके लिए कांग्रेस परिवार उनके साथ में मजबूती से खड़ा है.

  10. मुलाकात के बाद प्रियंका गांधी ने ट्वीट करते हुए योगी सरकार से पीड़ित परिवार के कुछ सवालों के जवाब मांगे व परिवार की मांगें भी बताईं. उन्होंने ट्वीट किया, 'हाथरस के पीड़ित परिवार के प्रश्न: 1. सुप्रीम कोर्ट के जरिए पूरे मामले की  न्यायिक जाँच हो. 2. हाथरस DM को सस्पेंड किया जाए और किसी बड़े पद पर नहीं लगाया जाए. 3. हमारी बेटी के शव को बगैर हमसे पूछे पेट्रोल से क्यों जलाया गया? 4. हमें बार-बार गुमराह किया, धमकाया क्यों जा रहा है? 5. हम इंसानियत के नाते चिता से फूल चुनकर लाए मगर हमें कैसे माने कि यह शव हमारी बेटी का है भी या नहीं? इन प्रश्नों के उत्तर पाना इस परिवार का हक है और उप्र सरकार को ये जवाब देना पड़ेगा.' जिसके बाद योगी सरकार ने इस मामले की जांच CBI से कराने की सिफारिश कर दी.