यह ख़बर 12 जून, 2011 को प्रकाशित हुई थी

हजारे और रामदेव के खिलाफ कांग्रेस ने खोला मोर्चा

खास बातें

  • प्रणब ने कहा कि अगर 5,000 लोग बाहर से यह निर्देशित करने लगे कि संसद को क्या करना चाहिए तो यह लोकतंत्र को कमजोर बनाएगा।
Kolkata:

अन्ना हजारे और बाबा रामदेव के भ्रष्टाचार विरोधी आंदोलन के जवाब में कांग्रेस ने प्रचार अभियान की शुरूआत करते हुए नागरिक समाज के एक हिस्से पर लोकतांत्रिक संस्थाओं को कमजोर करने का आरोप लगाया। वित्तमंत्री मुखर्जी ने एक संवाददाता सम्मेलन में बताया संविधान ने केवल संसद और और राज्य विधानसभाओं को कानून बनाने का अधिकार दिया है। अगर 5,000 अथवा 6,000 लोग बाहर से यह निर्देशित करने लगे कि संसद को क्या करना चाहिए तो यह लोकतंत्र को कमजोर बनाएगा। पार्टी के विचारों से संबंधित अंग्रेजी में एक दस्तावेज को जारी करते हुए उन्होंने कहा कि कांग्रेस पूरे देश में जागरूकता अभियान चलाने जा रही है। उन्होंने कहा इस दस्तावेज को अन्य भाषाओं में भी उपलब्ध कराया जाएगा। हमारे विचारों को सामने रखने के लिये जिला से लेकर प्रखंड स्तर तक चर्चा और सेमिनारों का आयोजन किया जाएगा। लोकपाल बिल को 15 अगस्त तक पारित किए जाने के हजारे के समयसीमा को लेकर उन्होंने कहा कि केंद्र ने सुझाव दिया था कि लोक पाल बिल को संसद के मानसून सत्र में पेश कर दिया जाएगा। उन्होंने कहा कि समय सीमा के बारे में बताना संभव नहीं है कि इस बिल को कब पास किया जाएगा।


Listen to the latest songs, only on JioSaavn.com