यह ख़बर 25 अक्टूबर, 2013 को प्रकाशित हुई थी

भारी बारिश से आंध्र प्रदेश में जनजीवन अस्त-व्यस्त, 12 की मौत

बारिश से रिहाइशी इलाकों में पानी भर गया है

हैदराबाद:

पश्चिमोत्तर मॉनसून और बंगाल की खाड़ी के ऊपर कम दबाव के क्षेत्र के कारण आंध्र प्रदेश में लगातार चौथे दिन भारी बारिश हुई, जिस कारण अधिकारियों को निचले इलाकों से हजारों लोगों को हटना पड़ा।

आधिकारिक आंकड़ों के अनुसार राज्य में बारिश से जुड़े विभिन्न हादसों में 12 लोगों की मौत हो गई है और गुरुवार तक 2.5 लाख हेक्टेयर भूमि में फसलें नष्ट हो गईं। खासकर तटीय आंध्र और रायलसीमा में निचले इलाकों में स्थित कई शहर और कस्बों में पानी भरा हुआ है। बारिश से सैकड़ों घर तबाह हो जाने के कारण कई लोग बेघर हो गए हैं। हजारों लोगों को उनके घरों से निकालकर आपातकालीन राहत शिविरों में भेजा गया है।

गुंटूर के जिला कलेक्टर एस सुरेश कुमार ने बताया कि स्थिति काफी गंभीर है, क्योंकि पूरा डेल्टा क्षेत्र पूरी तरह से जलमग्न हो गया है। उन्होंने बताया कि गुंटूर जिले में 11,000 लोगों को बारिश से तबाह हुए गांवों से बाहर निकाला गया और उनके लिए 36 राहत शिविरों की व्यवस्था की गई है।

कलेक्टर ने बताया कि बाढ के कारण चिलाकालुरिपत और येदलापादु में गुरुवार से फंसे छह लोगों को राष्ट्रीय आपदा मोचन बल की मदद से बचा लिया गया। कृष्णा नदी में बाढ़ का पानी भारी मात्रा में आने के मद्देनजर बंगाल की खाड़ी में 1.18 लाख क्यूसेक पानी छोड़ने के लिए विजयवाड़ा में प्रकाश बैरेज के 70 फाटकों को खोल दिया गया है। श्रीकाकुलम जिले में 45,000 से अधिक लोगों को राहत शिविरों में ले जाया गया है।

उत्तर तटीय आंध्र प्रदेश में भारी बारिश के कारण बस और रेल सेवाएं बाधित हो गई हैं। हैदराबाद और तेलंगाना के विभिन्न हिस्सों में भी पिछले कुछ दिनों हो रही भारी बारिश के कारण सड़कों और कई रिहायशी कॉलोनियों में पानी भर गया है, जिससे यातायात बाधित हो गया है।

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