मध्यप्रदेश में दो दिन से भारी बारिश जारी, भोपाल में बाढ़ में फंसे 85 लोगों को बचाया गया

पूर्वी मध्यप्रदेश में कम दबाव का क्षेत्र बनने से प्रदेश में बड़े इलाके में बारिश हो रही, बैतूल जिले में भारी बारिश की चेतावनी जारी

मध्यप्रदेश  में दो दिन से भारी बारिश जारी, भोपाल में बाढ़ में फंसे 85 लोगों को बचाया गया

इंदौर की निचली बस्तियों में बाढ़ में फंसे लोगों को एनडीआरएफ की टीम ने निकाला.

भोपाल:

मध्यप्रदेश में जुलाई माह और अगस्त के पहले पखवाड़े में काफी कम बारिश हुई. लेकिन पिछले दो दिनों में राज्य के कई जिले भारी बारिश के गवाह बने. मौसम विभाग के अधिकारियों ने प्रदेश में मॉनसून की स्थिति को लेकर यह जानकारी दी है. भोपाल और आसपास के क्षेत्र में पिछले 24 घंटों के दौरान लगातार बारिश के कारण जिले के कई इलाकों में बाढ़ आ गई और शहर की कई निचले इलाकों में जल जमाव की स्थिति बन गई है. आपदा मोचन दल (NDRF) ने भोपाल जिले में बाढ़ में फंसे लगभग 85 लोगों को और लगभग दो दर्जन मवेशियों को बचाया है. इस पर मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने  एनडीआरएफ की तारीफ की है और उन्हें धन्यवाद दिया है. इंदौर में भी भारी बारिश से निचली बस्तियों में पानी भर गया है. इन इलाकों से ढाई हजार लोगों को सुरक्षित निकाला गया है.  

मौसम विभाग के अधिकारियों ने बताया कि गुना और जबलपुर के अलावा पूर्वी मध्यप्रदेश में कम दबाव का क्षेत्र बनने से प्रदेश में बड़े इलाके में बारिश हो रही है. मौसम विभाग ने बैतूल सहित कुछ जिलों में बारी बारिश की चेतावनी देते हुए रेड अलर्ट जारी किया है. हरदा, होशंगाबाद, जबलपुर जिले के लिए यलो अलर्ट जारी किया गया है. मध्यप्रदेश में हो रही भारी बारिश के चलते प्रदेश के तवा बांध और संजय सरोवर बांध से पानी छोड़ा जा रहा है.       

भोपाल और आसपास के क्षेत्र में पिछले 24 घंटों के दौरान लगातार बारिश के कारण जिले के कई इलाकों में बाढ़ आ गई और शहर की कई निचले इलाकों में जल जमाव की स्थिति बन गई है. आपदा मोचन दलों ने भोपाल जिले में बाढ़ में फंसे लगभग 85 लोगों को और लगभग दो दर्जन मवेशियों को बचाया है.

मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने शनिवार को ट्वीट किया, ‘‘आज भोपाल में होम गार्ड और राज्य आपदा मोचन दल (एसडीआरएफ) की बचाव टीम ने सजगता के साथ कार्य करते हुए बाढ़ के कारण फँसे करीब 85 नागरिकों और दो दर्जन से ज़्यादा मवेशियों को जीवित बचाया है. मानवता की सेवा का यह अनूठा उदाहरण है. मैं सभी जवानों के सेवाभाव को प्रणाम करता हूं और उन्हें धन्यवाद देता हूं.''

चौहान ने लिखा, ‘‘भोपाल के छान गांव में झूंसी नदी में आई बाढ़ में फंसे पिता एवं उसके 3 साल के बच्चे सहित पशुओं का राष्ट्रीय आपदा मोचन दल (एनडीआरएफ) एवं एसडीआरएफ की टीम ने तत्परता दिखाते हुए बचाया. मैं पूरी टीम को बधाई और धन्यवाद देता हूं. आपने अपनी जान की बाज़ी लगाकर दूसरों की जान बचाई है. इसकी जितनी भी प्रशंसा की जाए, कम है.''

इस बीच, प्रदेश के जनसंपर्क विभाग ने कहा कि होम गार्ड ने भोपाल के परवलिया इलाके में बाढ़ में फंसे एक दंपत्ति, उनके बच्चे और मवेशियों को बचाया. एक अन्य बचाव कार्य में एनडीआरएफ ने पिपलिया धाकड़ में एक घंटे की मेहनत के बाद कोलारस नदी के बढ़ते पानी के कारण खेतों में फंसे मोहन और उसके परिवार के तीन सदस्यों को बचा लिया.

इससे एक दिन पहले मुख्यमंत्री ने बाढ़ की स्थिति पर समीक्षा बैठक में अधिकारियों को राज्य नियंत्रण कक्ष को 24 घंटे सक्रिय रखने के निर्देश दिए. भारत मौसम विज्ञान विभाग के बुलेटिन में बताया गया कि भोपाल में शनिवार सुबह तक पिछले 24 घंटो में 210 मिमी बारिश हुई है. विभाग ने बताया कि अगले 24 घंटों में भोपाल और आसपास के क्षेत्रों में तेज हवाओं के साथ भारी से बहुत भारी वर्षा होने की संभावना है.

मध्यप्रदेश की आर्थिक राजधानी कहे जाने वाले इंदौर में पिछले 24 घंटों से जारी भारी बारिश ने शनिवार को 39 साल का रिकॉर्ड तोड़ दिया. भारी बारिश से अलग-अलग इलाकों में जल जमाव से करीब 10,000 लोग प्रभावित हुए. इनमें से लगभग 2,500 लोगों को प्रशासन ने सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाया.

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इंदौर नगर निगम (आईएमसी) की आयुक्त प्रतिभा पाल ने बताया, "जल जमाव से शहर के अलग-अलग इलाकों के करीब 10,000 लोग किसी न किसी तरह प्रभावित हुए. वर्षा से प्रभावित इलाकों में राहत कार्य लगातार जारी है."
कलेक्टर मनीष सिंह ने बताया, "शहर में बारिश के पानी से घिरीं निचली बस्तियों के लगभग 2,500 लोगों को सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाया गया. कुछ इलाकों में लोगों को बचाने के लिए रबर की नावों की मदद भी ली गई."
(इनपुट  भाषा से भी)