खास बातें
- सूत्रों ने एनडीटीवी को बताया है कि वीवीआईपी हेलीकॉप्टर सौदे के दो कथित बिचौलिये जेल की सजा से बचने के लिए इटली के अधिकारियों के साथ सरकारी गवाह बनने के बारे में बातचीत कर सकते हैं। दोनों फिलहाल फरार हैं।
मिलान / नई दिल्ली: सूत्रों ने एनडीटीवी को बताया है कि वीवीआईपी हेलीकॉप्टर सौदे के दो कथित बिचौलिये - ग्योडो हैश्के और क्रिश्चियन माइकल जेल की सजा से बचने के लिए इटली के अधिकारियों के साथ सरकारी गवाह बनने के बारे में बातचीत कर सकते हैं।
दोनों फिलहाल फरार हैं। इटली के अभियोजकों को लगता है कि ये दोनों ऑगस्टा वेस्टलैंड केस के अलावा कई अन्य रक्षा सौदों के बारे में जानकारी दे सकते हैं। सूत्रों के मुताबिक ये सभी केस इंग्लैंड, स्विटजरलैंड और दुबई से जुड़े हुए हो सकते हैं।
कहा जा रहा है कि ये दोनों बिचौलिये भारत में 12 वीवीआई हेलीकॉप्टरों के सौदे को लेकर हेलीकॉप्टर कंपनी और पूर्व वायुसेना प्रमुख एयर चीफ मार्शल एसपी त्यागी के रिश्तेदारों के बीच मध्यस्थ के रूप में काम कर रहे थे। त्यागी को कथित तौर पर उनके रिश्तेदारों - जूली, संदीप और डोस्का त्यागी के मार्फत घूस दी गई। हालांकि त्यागी ने इन आरोपों को सिरे से खारिज किया है।
ऑगस्टा वेस्टलैंड की मूल कंपनी फिनमेकानिका पर आरोप लगाया गया है कि भारत के साथ हेलीकॉप्टर सौदे के लिए उसने बिचौलियों के मार्फत 30 मिलियन यूरो यानी करीब 217 करोड़ रुपये की घूस दी।
इस बीच, भारत सरकार ने ऑगस्टा वेस्टलैंड कंपनी के साथ 12 वीवीआईपी हेलीकॉप्टरों के सौदे को रद्द करने की प्रक्रिया शुरू करने की ओर कदम बढ़ाए हैं। इसके लिए सरकार ने न सिर्फ इटली सरकार से फिर से जानकारी मांगी है, बल्कि ऑगस्टा वेस्टलैंड को चिट्ठी लिखकर दलाली के आरोपों पर सफाई मांगते हुए एक हफ्ते के भीतर जवाब देने को कहा है। इस मामले की जांच कर रही सीबीआई की एक टीम इटली जा रही है।