नई दिल्ली: आज एक मई यानी मजदूर दिवस है. मजदूर दिवस के उपलक्ष्य में अखबारों ने अपने-अपने तरीके से खबरों को प्रकाशित किया है. दैनिक जागरण ने इस पर लिखा है कि देश में इस दिन कई सुधार कानून लागू होने से यह दिन और खास बन जाता है. पत्र लिखता है-आज से अहम सुधार लागू .
इन अहम सुधारों में, रोजाना तय होंगे पेट्रोल के दाम, इस योजना के तहत देश के पांच शहरों में पेट्रोल-डीजल की कीमतें रोजाना के आधार पर तय की जाएंगी. इससे कच्चे तेल की कीमतों में होने वाली गिरावट का फायदा लोगों को फौरन ही मिलेगा. इसके अलावा सरकार का लाल बत्ती पर रोक का अहम फैसला भी आज से ही लागू होने जा रहा है और रियल एस्टेट बिल भी आज से लागू होगा.
आज से लागू होने वाले रियल स्टेट बिल को सभी अखबारों ने अपने पहले पन्ने पर जगह दी है. अमर उजाला ने लिखा है-आज से नहीं चलेगी बिल्डरों की मनमानी, रियल एस्टेट एक्ट हुआ प्रभावी. वहीं, जनसत्ता लिखता है- अब कसेगा देशभर के बिल्डरों पर शिकंजा.
सरकार का दावा है कि इस कानून से घर खरीदने वाले लोगों को राहत मिलेगी. इससे अब बिल्डर अपने ग्राहकों के साथ धोखा नहीं कर पाएंगे. नए कानून के मुताबिक, अब बिल्डरों को खरीदार से समझौता करते वक्त यह बताना होगा कि उसे फ्लैट कब तक सौंपा जाएगा.
जनसत्ता ने नीति आयोग के उस सुझाव को पहले पन्ने की लीड बनाया है जिसमें आयोग ने लोकसभा और विधानसभा चुनाव एकसाथ कराने की बात कही है. आयोग ने इसके पीछे तर्क दिया है कि इस व्यवस्था से प्रचार मोड के कारण शासन व्यवस्था पर पड़ने वाले व्यवधान को कम से कम किया जा सकता है.
मेरठ में सेना के एक पूर्व अधिकारी के घर पर मिले बड़ी संख्या में हथियार और जंगली जानवरों के अंग भी विभिन्न अखबरों की सुर्खी बना है.
अमर उजाला लिखता है-
रिटायर्ड कर्नल के घर से मिले सौ से ज्यादा विदेशी हथियार और दो लाख कारतूस, तो
दैनिक जागरण ने इस ख़बर पर लिखा है-
मेरठ में फौजी की कोठी तस्करी का अड्डा.
मेरठ में एक रिटायर्ड कर्नल के घर से छापेमारी में बड़े पैमाने पर हथियार, दो लाख कारतूस, एक करोड़ रुपये की नकदी और जंगली जानवरों की खाल तथा सींग आदि बरामद हुए हैं. कर्नल का बेटे राष्ट्रीय स्तर का निशानेबाज भी है.
इन खबरों के अलावा पत्रों ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के
मन की बात को भी विशेष जगह दी है. पत्रों ने लिखा है-
मन की बात में कही प्रधानमंत्री ने लाल बत्ती को मन से निकालने की बात. बकौल
दैनिक जागरण, प्रधानमंत्री ने अपने मन की बात कार्यक्रम में वीआईपी कल्चर की कड़ी आलोचना की है. उन्होंने वीआईपी की जगह ईआईपी यानी एवरी पर्सन इम्पॉर्टेंट यानी हर व्यक्ति महत्वपूर्ण का नारा दिया है.