पति ने की अर्थव्यवस्था की आलोचना और दी सलाह तो वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण का आया यह Reaction

वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण (Nirmala Sitharaman) के पति और नामी राजनीतिक अर्थशास्त्री परकला प्रभाकर (Parakala Prabhakar) ने सरकार को पीवी नरसिम्‍हा राव-मनमोहन सिंह के आर्थिक मॉडल (PV Narasimha Rao-Manmohan Singh Economic Model) को अपनाने की सलाह दी.

पति ने की अर्थव्यवस्था की आलोचना और दी सलाह तो वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण का आया यह Reaction

वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण (Nirmala Sitharaman).

खास बातें

  • वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण के पति ने की अर्थव्यवस्था की आलोचना
  • कहा- नरसिम्‍हा राव-मनमोहन सिंह आर्थिक मॉडल से सीख ले सरकार
  • परकला प्रभाकर ने कहा कि भारतीय खराब है अर्थव्यवस्था की हालत
नई दिल्ली:

देश की सुस्त अर्थव्यवस्था (Indian Economy) मोदी सरकार के लिए परेशानी का सबब बनी हुई है. इसे लेकर विपक्ष सरकार पर लगातार हमलावर है. आर्थिक मंदी से देश को उबारने के लिए वित्त मंत्रालय की तरफ से कई तरह की घोषणाएं भी की जा चुकी हैं. इस बीच वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण (Nirmala Sitharaman) के पति और नामी राजनीतिक अर्थशास्त्री परकला प्रभाकर (Parakala Prabhakar) ने सरकार को पीवी नरसिम्‍हा राव-मनमोहन सिंह के आर्थिक मॉडल (PV Narasimha Rao-Manmohan Singh Economic Model) को अपनाने की सलाह दी है. अंग्रेजी अखबर 'द हिन्दू' में लेख लिखकर परकला प्रभाकर (Parakala Prabhakar) ने कहा कि मौजूदा सरकार को पीवी नरसिम्हा राव और मनमोहन सिंह की नीतियों से सीखना चाहिए. 

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आंध्रप्रदेश सरकार के पूर्व संचार सलाहकार 60 वर्षीय परकला प्रभाकर (Parakala Prabhakar) ने सत्ताधारी भारतीय जनता पार्टी की भी आलोचना की. उन्होंने लिखा है कि सत्ताधारी पार्टी नेहरूवादी आर्थिक ढांचे की आलोचना करती रही है, लेकिन वह इसका विकल्प नहीं पेश कर पाई है. परकला प्रभाकर ने अपने लेख में कहा कि भारतीय अर्थव्यवस्था की हालत खराब है. सरकार भले ही इससे इनकार करे, लेकिन जो आंकड़े सामने आ रहे हैं, उनसे यह पता चलता है कि एक-एक कर कई सेक्टर संकट के दौर का सामना कर रहे हैं.

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पति के बयान पर वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने भी प्रतिक्रिया दी है. निर्मला सीतारमण ने कहा कि 2014 से 2019 के बीच मूलभूत सुधार हुए हैं. जीएसटी (GST) कांग्रेस के जमाने में नहीं हो पाया. आईबीसी और आधार को सार्वभौमिक बनाया गया. उज्ज्वला से आठ करोड़ महिलाओं को फायदा हुआ. इस साल बजट के बाद टैक्स रिफॉर्म किया गया. एक अक्टूबर के बाद अगर आप बिजनेस लगाते हैं तो आपको दुनिया में सबसे कम टैक्स देना होगा. ये सब पब्लिक डोमेन में है. इसकी सराहना करना भी अच्छा होगा.

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प्रभाकर ने लेख में यह भी सुझाव दिया है कि जैसे सरदार वल्लभभाई पटेल (Sardar Vallabhbhai Patel) BJP के लिए राजनीति का केंद्र बन गए हैं, वैसे ही नरसिम्हा राव भाजपा की आर्थिक सरंचना को बल देने के लिए मजबूत आधार बन सकते हैं.

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