यह ख़बर 11 मई, 2013 को प्रकाशित हुई थी

मेरी नीयत साफ, विवाद खत्म करने के लिए दिया इस्तीफा : अश्विनी कुमार

खास बातें

  • कानून मंत्री के पद से इस्तीफा देने के एक दिन बाद अश्विनी कुमार ने कहा, मैंने कोई गलती नहीं की और मेरी नीयत साफ है। उन्होंने कहा कि इंसाफ की जीत होगी और सच्चाई सामने आएगी।
नई दिल्ली:

कानून मंत्री के पद से इस्तीफा देने के एक दिन बाद अश्विनी कुमार शनिवार को मीडिया से मुखातिब हुए। अश्विनी कुमार ने कहा,
मैंने कोई गलती नहीं की और  मेरी नीयत साफ है।

कुमार ने कहा, मैंने विवाद को खत्म करने के लिए पद से इस्तीफा दिया और इस्तीफा देने का यह मतलब कतई नहीं होता कि कुछ गड़बड़ हुआ है। कभी-कभी कुछ राजनीतिक फैसले जरूरी होते हैं। उन्होंने कहा कि वह पार्टी के निष्ठावान सिपाही हैं और सभी मामलों में बेदाग साबित होंगे। उन्होंने कहा कि इंसाफ की जीत होगी और सच्चाई सामने आएगी।

अश्विनी कुमार ने एक बयान में कहा, मैंने माननीय प्रधानमंत्री को उनकी टीम का हिस्सा बनने का अवसर दिए जाने के लिए शुक्रिया अदा करते हुए कल अपना इस्तीफा सौंप दिया। उन्होंने कहा, मैंने ऐसा एक मामले में अनावश्यक विवाद को खत्म करने के लिए किया, जो माननीय उच्चतम न्यायालय के समक्ष है और जिसमें किसी भी तरह मेरे खिलाफ कोई प्रतिकूल टिप्पणी नहीं की गई है। मेरी अंतरात्मा साफ है और मेरा मानना है कि मैं दोषमुक्त साबित होऊंगा, क्योंकि दैवीय न्याय निश्चित करता है कि सच और न्याय मिलेगा।

उन्होंने यह भी कहा कि कुछ राजनीतिक फैसले ऐसे होते हैं, जिन्हें जरूरी माना जाता है और उन्होंने वह किया जो प्रधानमंत्री तथा पार्टी आलाकमान को उचित लगा। यह पूछे जाने पर कि क्या उन्हें बलि का बकरा बनाया गया है, कुमार ने टिप्पणी करने से इनकार कर दिया, लेकिन कहा कि वह चाहेंगे कि लोग फैसला करें।

उल्लेखनीय है कि रेलवे रिश्वतकांड और कोयला घोटाले की आंच ने केंद्र के दो मंत्रियों को इस्तीफे के लिए मजबूर कर दिया। शुक्रवार रात रेल मंत्री पवन बंसल और कानून मंत्री अश्विनी कुमार ने पीएम से मिलकर उन्हें अपने-अपने इस्तीफे सौंप दिए।

Listen to the latest songs, only on JioSaavn.com

कोयला ब्लॉक आवंटन घोटाले की जांच पर सीबीआई रिपोर्ट में फेरबदल को लेकर हमले का सामना कर रहे कानून मंत्री अश्वनी कुमार ने अपने इस्तीफा पत्र में कहा था कि अनावश्यक विवाद और जनता में किसी गलत धारणा को खत्म करने के लिए वह इस्तीफा दे रहे हैं। उनका कहना था कि उच्चतम न्यायालय ने उनके खिलाफ कोई टिप्पणी नहीं की है।