इंदिरा गांधी ने नोटबंदी की होती तो मुझे यह कदम उठाने की जरूरत नहीं पड़ती : पीएम मोदी

पीएम मोदी ने कांग्रेस पर साधा निशाना, कहा- जब जरूरत थी तब इंदिरा गांधी ने यशवंतराव चव्हाण के नेतृत्व वाली पैनल की सिफारिश के बावजूद नहीं की नोटबंदी

इंदिरा गांधी ने नोटबंदी की होती तो मुझे यह कदम उठाने की जरूरत नहीं पड़ती : पीएम मोदी

पीएम नरेंद्र मोदी ने रविवार को हिमाचल प्रदेश में चुनावी रैलियों में कांग्रेस पर आरोप लगाए.

खास बातें

  • पीएम नरेंद्र मोदी ने हिमाचल प्रदेश में चुनावी रैलियों को संबोधित किया
  • कहा- पुतले फूंके जाने का डर नहीं, भ्रष्टाचार के खिलाफ लड़ाई जारी रहेगी
  • मोदी ने कहा- कांग्रेस और भ्रष्टाचार एक दूसरे से अलग नहीं हो सकते
नई दिल्ली:

पीएम नरेंद्र मोदी ने कांग्रेस को निशाना बनाते हुए आरोप लगाया कि पूर्व प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी ने उस वक्त नोटबंदी का कदम नहीं उठाया जब इसकी जरूरत थी. उन्होंने कहा कि यदि बरसों पहले उन्होंने (इंदिरा गांधी) यह काम किया होता, तो उन्हें (मोदी) को यह बड़ा काम करने की जरूरत नहीं पड़ती. हिमाचल प्रदेश में रविवार को बीजेपी की चुनावी रैलियों में उन्होंने यह बात कही.

नरेंद्र मोदी ने आरोप लगाया कि इंदिरा गांधी ने नोटबंदी करने से इनकार कर दिया था, जबकि यशवंतराव चव्हाण नीत एक पैनल ने इसकी सिफारिश की थी. इंदिरा ने राष्ट्र हित के बजाय पार्टी के हित को तवज्जो दी. उन्होंने कहा कि ‘‘जब जरूरत थी तब यदि उन्होंने (इंदिरा ने) नोटबंदी कर दी होती, तो मुझे यह बड़ा काम नहीं करना पड़ता. कांग्रेस के लिए दल से बड़ा देश कभी नहीं रहा. उनके लिए उनकी पार्टी का हित पहले आता है.’’

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उन्होंने कहा कि कांग्रेस और भ्रष्टाचार एक दूसरे से अलग नहीं हो सकते, वे एक पेड़ और इसकी जड़ों की तरह हैं. भ्रष्टाचार के गंभीर आरोपों का सामना करने के बाद उसके सभी नेता जमानत पर रिहा हैं और वे लोग भ्रष्टाचार पर लगाम लगाने की बात कर रहे हैं. भ्रष्टाचार कांग्रेस पार्टी की एक मात्र पहचान है. उन्होंने यह भी दावा किया कि कांग्रेस को डर है कि वह बेनामी संपत्ति पर रोक लगाने के लिए एक कानून लाएंगे और दूसरों के नाम पर संपत्ति खरीदने वाले सभी लोगों पर मामला दर्ज होगा क्योंकि विपक्षी पार्टी सत्ता में रहते हुए ऐसा करने में नाकाम रही है.

नोटबंदी का एक साल पूरा होने के मौके पर आठ नवंबर को कांग्रेस के विरोध प्रदर्शन के आह्वान की परवाह नहीं करते हुए पीएम मोदी ने कहा कि पुतला फूंका जाना उन्हें भ्रष्टाचार और काले धन के खिलाफ लड़ाई में आगे बढ़ाने से नहीं डरा सकता. हिमाचल प्रदेश में चुनाव रैलियों में भाजपा के लिए तीन चौथाई बहुमत की मांग करते हुए उन्होंने यह बात कही.

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प्रधानमंत्री ने कहा कि नोटबंदी के बाद तीन लाख से अधिक कंपनियां बंद हो गईं और 5,000 ऐसी कंपनियों की जांच में 4000 करोड़ रुपये के फर्जीवाड़े का खुलासा हुआ, जबकि अन्य के खिलाफ जांच जारी है. उन्होंने कहा कि जरा कल्पना कीजिए कि तीन लाख कंपनियों के फर्जीवाड़े की राशि क्या होगी. ‘‘इनमें से कुछ कंपनियों ने करोड़ों रुपये के कालेधन का कारोबार किया होगा लेकिन उनके कार्यालयों में सिर्फ दो कुर्सियां और एक मेज थी. ’’ उन्होंने कहा कि कांग्रेस नोटबंदी को लेकर गुस्से में है क्योंकि वह अब तक इसके असर को महसूस कर रही है. उन्होंने कांग्रेस द्वारा प्रदर्शन का आह्वान करने की यह वजह बताई.

पीएम मोदी ने कुल्लू में एक रैली में कहा, ‘‘नोटबंदी के असर का सामना करने वाले कुछ लोग अब तक शिकायत कर रहे हैं और आठ नवंबर को ‘काला दिवस’ मनाने की योजना बना रहे हैं. मेरे पुतले फूंककर कांग्रेस मुझे नहीं डरा सकती.’’ उन्होंने पालमपुर में एक अन्य रैली में कहा, ‘‘आगामी हफ्ते में कांग्रेस शोक मनाने की योजना बना रही है. मुझे मेरे पुतले फूंके जाने का डर नहीं है. भ्रष्टाचार के खिलाफ मेरी लड़ाई नहीं रुकेगी.’’ मोदी ने कहा कि नोटबंदी ने कांग्रेस के लोगों की नींद उड़ा दी और उन लोगों का गुस्सा ठंडा नहीं हुआ है. उन्होंने आरोप लगाया कि पार्टी के पास भारी मात्रा में नोट थे जो उनके फैसले के चलते प्रतिबंधित हो गए.

VIDEO : कांग्रेस मैदान से बाहर
गौरतलब है कि कांग्रेस सहित विपक्षी पार्टियों ने कहा है कि वे देश भर में विरोध प्रदर्शन कर और पुतले फूंक कर आठ नवंबर को ‘काला दिवस’ मनाएंगे.
(इनपुट भाषा से)


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